नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान मचाने वाला सेक्स सीडी कांड (Sex CD Scandal) में नया मोड़ आया है।
सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में इस केस में गवाहों को धमकाने की बात कहीं गई है। वही ये भी कहा गया कि इस केस को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए।
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सेक्स सीडी कांड (Sex CD Scandal) में सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में ज़िरह करने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अपनी दलीलें रखी। उन्होंने कोर्ट को बताया कि इस मामले से जुड़े कुछ गवाहों को धमकी दी जा रही है, क्योंकि एक आरोपी छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री और प्रभावशाली व्यक्ति है।
मेहता ने कहा कि कुछ गवाह दिल्ली और बंबई के हैं और उन्होंने शीर्ष अदालत से आग्रह किया कि वे मुकदमे को छत्तीसगढ़ से बाहर, दिल्ली शिफ्ट करें।
इस मामलें की सुनवाई न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ में चल रही है। जिन्होंने सुनवाई के दौरान कहा कि मामलों को अंतिम निपटान के लिए 11.02.2021 को सूचीबद्ध करें।
Sex CD Scandal में सरकार को बनाए पक्षकार
इधर सेक्स सीडी कांड में सह-आरोपी कैलाश मुरारका की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता ए.एन.एस. नादकर्णी ने कोर्ट में कहा कि अगर छत्तीसगढ़ को याचिका में पक्षकार के रूप में शामिल किया जाता है, तो यह उचित होगा।
क्योंकि राज्य सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं। नादकर्णी की इस दलील पर पीठ ने कहा कि वह अगली सुनवाई में इस पहलू की जांच करेगी।
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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2019 में कथित सेक्स सीडी में आपराधिक मुकदमे पर रोक लगा दी थी। वही मामले को राज्य से बाहर शिफ्ट करने की सीबीआई की याचिका पर सीएम भूपेश बघेल से जवाब मांगा था।