रायपुर। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की मदद के लिए NSUI ने “एक रुपया अउ एक पैली धान” अभियान चलाया था।
जिसके तहत सोमवार को इक्कट्ठा किए गए 53 टन चांवल और 66 हज़ार रुपए नक़द दिल्ली रवाना किए गए। आज सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली रवाना किया।
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NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने बताया कि “NSUI ने दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलित किसानों की वित्तीय मदद के लिए “एक रुपया अउ एक पैली धान” अभियान चलाया था।
आज छात्रों की "एक रुपया और एक पैली धान" की मुहिम द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी जिलों से एकत्रित धान को राइसमिल भेजा जाएगा जहां से इसे चावल में बदल कर दिल्ली बॉर्डर के किसानों के लिए भेजेंगे, जिसे माननीय मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel जी ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। pic.twitter.com/FkY2CLyZdD
— NSUI Chhattisgarh (@NSUICG) January 18, 2021
इस अभियान के तहत छत्तीसगढ़ NSUI के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सभी धान खरीदी केंद्रों में जाकर किसानों से बात कर केंद्रीय कृषि कानून पर उनसे चर्चा कर उसकी खामियों को बताया है।
साथ ही उनसे न्यूनतम एक रुपए और एक पैली धान का सहयोग मांगा। जिसके तहत आज हमने 53 टन चांवल इकठ्ठा कर दिल्ली के लिए भेजा है।”
छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के सहयोग के लिए 'एक रुपया, एक पैली धान' अभियान में इकट्ठा किए गए 53 टन चावल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। pic.twitter.com/tAL51kf26n
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2021
“एक रुपया अउ एक पैली धान” ऐसे चला अभियान
शर्मा ने बताया, इस काम के लिए प्रत्येक 10 धान खरीदी केंद्र पर एक प्रभारी नियुक्त किया गया था। प्रत्येक खरीदी केंद्र पर सुबह दो घंटे और शाम को दो घंटे कार्यकर्ता बूथ बनाकर बैठ रहे थे। इन बूथों से किसानों को जागरुक करने और राशि इकट्ठा करने का काम किया जा रहा था।
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इसके लिए बाकायदा रजिस्टर बनाया जाएगा ताकि दान के एक-एक पैसे का हिसाब रहे। 9 जनवरी तक ये अभियान चला, 10 जनवरी तक इकट्ठा हुआ पूरा धान और नकद राशि रायपुर पहुंची। जिसे हमने पूरे धान की मिलिंग कर चावल बनाया और आज दिल्ली भेजा है।