दिल्ली / श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए निर्माण निधि संग्रह अभियान 15 जनवरी से शुरू हो गया। जिसके लिए पहला दान भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने पांच लाख रुपए का दान दिया है। इस विषय में विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार ने बताया, “हम लोग इस अभियान की शुरूआत के लिए राष्ट्रपति के पास गए थे जिसके चलते उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए 5,01,000 रुपए का दान दिया और इस मिशन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।”
Delhi: President Ram Nath Kovind made the first contribution towards the construction of Ram Mandir in Uttar Pradesh's Ayodhya, today.
VHP's Alok Kumar says, "He is the first citizen of the country so we went to him to initiate this drive. He donated a sum of Rs 5,01,000." pic.twitter.com/KVKtA81KIl
— ANI (@ANI) January 15, 2021
बता दे कि वीएचपी ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्र करने का निर्णय लिया है। वीएचपी के एक अधिकारी ने कहा, राष्ट्रपति कोविंद के साथ बैठक वीएचपी के धन संग्रह अभियान का हिस्सा था। वहीं, अलोक कुमार ने पहले एचटी को बताया कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, चेक के माध्यम से 20,000 से ऊपर के फंड एकत्र किए जाएंगे। संग्रह अभियान 52,50,00 गांवों में चलाया जाएगा। एकत्र किए गए धनराशि को बैंकों में 48 घंटे के भीतर जमा करना होगा। संग्रह अभियान 15 जनवरी से शुरू हुआ और 27 फरवरी तक समाप्त होगा।
गीत हो कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक लाख रुपए का चेक वीएचपी को सौंपा है।इसके साथ ही शिवसेना ने एक करोड़ दान दिए है वहीं मुरारी बापू के तरफ से 11 करोड़ दिया गया वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपए मंदिर बनाने दिया है। जबकि केंद्र सरकार ने सिर्फ 1 रु दिए है। इसी के साथ बिहार में भी इस अभियान का जोर देखा जा रहा है.
भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण में एक ईंट हमारे परिवार की भी लगेगी। यह राम मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर है। श्री राम जी भारत की पहचान हैं। यह सौभाग्य है कि मंदिर का निर्माण जनसहयोग से प्रारंभ हो रहा है और उसमें गिलहरी की तरह हमें अपना योगदान देने का सौभाग्य मिला: मध्य प्रदेश के सीएम https://t.co/O6sxFAi5MG pic.twitter.com/WLdqJOmbtj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2021
ज्ञात हो की वीएचपी ने निधि समर्पण अभियानको दो भागों में विभाजित किया है। 15 से 31 जनवरी तक उन लोगों से सम्पर्क किया जाएगा जो मंदिर निर्माण में दो हजार अथवा उससे अधिक राशि का समर्पण करेंगे।पहली फरवरी से 27 फरवरी तक दस-दस कार्यकर्ताओं की टोलियां कूपनों के माध्यम से निधि एकत्र करेंगी।