रायपुर। डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) की पुण्यतिथि पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने बाबा साहेब के योगदान और बातों को स्मरण कर उनका अनुसरण करने की बात भी कहीं।
भैयाजी ये भी पढ़े : वर्चुअल मैराथन : पहले दिन 19 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन, 10 दिसंबर तक होंगे पंजीयन
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने कहा है कि डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महान अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, भारतीय संविधान निर्मात्री सभा के अध्यक्ष डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/1gluTYewoN
— Governor Chhattisgarh (@GovernorCG) December 6, 2020
उन्होंने अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपना पूरा जीवन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया। डॉ. अंबेडकर ने गरीबों, समाज के शोषितों और निचले तबकों के पुनरोद्धार के लिए कार्य किया। वे समतामूलक समाज के सृजनकर्ता थे।
भैयाजी ये भी पढ़े : बड़ी ख़बर : भाजपा प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी व सह-प्रभारी नवीन का दो दिवसीय दौरा…
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, कुशल राजनीतिज्ञ और संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) की पुण्यतिथि 6 दिसम्बर पर उन्हें नमन किया है।
महान विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, कुशल राजनीतिज्ञ और संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन।
बाबा साहब ने सामाजिक भेदभाव के विरूद्ध अभियान चलाया और सबके लिए समान अधिकार, स्वतंत्रता और व्यवहार की वकालत की। pic.twitter.com/b6LsWMkOth
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 6, 2020
बघेल ने कहा है कि बाबा साहब (Dr. Bhimrao Ambedkar) ने सामाजिक भेदभाव के विरूद्ध अभियान चलाया और सबके लिए समान अधिकार, स्वतंत्रता और व्यवहार की वकालत की। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया।
उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में अतुलनीय योगदान दिया। अनेक भाषाओं के जानकार डॉ.अम्बेडकर ने कई देशों के संविधान के अध्ययन के बाद विविधता भरे भारत को ऐसा मजबूत और लचीला संविधान दिया जिससे एक मजबूत राष्ट्र की नींव पड़ सकी।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 6, 2020
अनेक भाषाओं के जानकार डॉ. अंबेडकर ने कई देशों के संविधान के अध्ययन के बाद विविधता भरे भारत को ऐसा मजबूत और लचीला संविधान दिया जिससे एक मजबूत राष्ट्र की नींव पड़ सकी।