दिल्ली। वायुसेना (AIR FORCE) की तीन स्क्वाड्रन में शामिल मिग-21 बाइसन विमान फिर उड़ान भर सकेंगे। राजस्थान के हनुमानगढ़ में 8 मई को हुए हादसे के बाद वायुसेना के लड़ाकू विमान मिग-21 बाइसन की उड़ानों पर लगी रोक हटा दी गई है।
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सूत्रों के अनुसार वायुसेना के विमान बेड़े में शामिल 50 मिग-21 विमानों की तकनीकी रूप से अलग-अलग बैच में जांच के बाद उड़ानों की अनुमति दी गई है। हनुमानगढ़ में एक विमान रिहायशी ढाणी पर गिरने से तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद मिग -21 बेड़े की जांच पूरी होने और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने तक इनके उड़ान भरने पर रोक लगा दी थी।
एएलएच की उड़ानों को भी अनुमति
दो माह में तीन हादसों के बाद स्वदेश (AIR FORCE) में निर्मित एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) की उड़ानों पर रोक लगा दी थी। अब थल सेना को सैन्य अभियानों के डीजीएमओ ने रुद्र, ध्रुव और हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टरों (एलएएच) के अग्रिम क्षेत्रों तक रसद पहुंचाने तथा राहत-बचाव कार्यों में इस्तेमाल की सशर्त इजाजत दी है। उड़ानों के लिए सेफ्टी क्लियरेंस सर्टिफिकेट हासिल करना जरूरी होगा। हालांकि इनकी प्रशिक्षण उड़ानों पर रोक रहेगी।