रायपुर। राजधानी रायपुर (RAIPUR NEWS) के साथ पूरे प्रदेश में बिजली चोरों का हौसला इतना बुलंद है कि खुले आम चाेरी कर रहे हैं। इस चाेरी काे राेकने में पावर कंपनी पूरी तरह से नाकाम है। बिजली चाेर हर साल दो हजार करोड़ से ज्यादा की बिजली चोरी का करंट लगा रहे हैं।
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इसको अगर रोक लिया जाए तो आम उपभोक्ता का बिजली बिल 15 फीसदी तक कम हो सकता है। इसी के साथ बिजली की कीमत भी बढ़ाने की जरूरत नहीं हाेगी। पावर कंपनी के पास चोरी रोकने के लिए पर्याप्त अमला ही नहीं है। जहां शिकायत मिलती है, वहां पर हुकिंग बंद करने के बाद बिजली कर्मियों के वापस जाते ही फिर से हुकिंग कर ली जाती है। हुकिंग के कारण जहां प्रदेश में लाइन लास कंपनी के मुताबिक 16 फीसदी है, वहीं जानकार इसको 25 फीसदी से ज्यादा मानते हैं। इसी के साथ जांजगीर-चांपा, कवर्धा और कई अन्य जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में यह 50 फीसदी तक बताया जा रहा है। हुकिंग करके चोरी करने का काम राज्य में बरसों से चला आ रहा है। इसकी वजह से लाइन लॉस होता है। हालांकि पॉवर कंपनी ने इसको रोकने के कई तरह के उपाय लगातार किए हैं, लेकिन फिर भी बिजली चोरी रूकने का नाम नहीं ले रही है। तारों के स्थान पर केबल लगाए जा रहे हैं, लेकिन चोरी करने वाले केबल से भी चोरी करने से नहीं चूक रहे हैं।
राजधानी रायपुर में भी खुले आम बिजली चोरी
प्रदेश (RAIPUR NEWS) के ग्रामीण क्षेत्र का तो भगवान ही मालिक है, लेकिन राजधानी रायपुर की माना बस्ती में ही सैकड़ों लोग सीधे हुकिंग करके बिजली चोरी कर रहे हैं। इसको रोकने वाला कोई नहीं है। यहां के किसी भी घर में मीटर नहीं लगा है। सीधे खंभे के खुले तारों से हुकिंग की गई है।
स्मार्ट मीटर से और बढ़ेगी
अब तो प्रदेश में प्रीपेड स्मार्ट मीटर (RAIPUR NEWS) लगाने की तैयारी है। जानकारों का साफ कहना है, इन मीटरों के लगने के बाद बिजली चोरी में और इजाफा होगा। जब ग्रामीण क्षेत्र में रीचार्ज न होने पर बिजली कट हो जाएगी तो हुकिंग करके लगे बिजली चालू कर लेंगे।