कोरबा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा जिले के पाली स्थित रेस्ट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में पीएचई के ईई को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने और पानी में आर्सेनिक एवं फ्लोराइड की समय-समय पर जांच करवाने के निर्देश दिए है।
भैयाजी ये भी देखें : बड़ी ख़बर : कर्तव्य के प्रति लापरवाही, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर…
वहीं मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से सड़क निर्माण के प्रगति की जानकारी ली, साथ ही उन्हें अधूरे निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समयावधि में पूरा करने को कहा है।
इसके आलावा सीएम ने यहाँ स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संबंध में भी जानकारी ली। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में 10 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं। डीईओ ने बताया कि 800 स्कूलों को मरम्मत के लिए चिन्हांकित किये गए हैं, अगले शिक्षण सत्र के पहले ही मरम्मत कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। सीएम को धान उठाव के संबंध में जिला खाद्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि धान की खरीदी की जा चुकी है।
जिले में 98% डीओ कट चुका है और 86% धान का उठाव कर लिया गया है। जिले में राजीव युवा मितान क्लब के गठन एवं प्रशिक्षण के संबंध में शासन के उद्देश्य के अनुरूप क्लब के सदस्यों को जनता के बीच जाकर शासकीय योजनाओं का बेहतर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश।
बैठक में अधिकारियों को डॉ. खूबचंद बघेल विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना आदि का दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में बेहतर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश ताकि ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से कोई वंचित ना हो। कहा गया कि अस्पताल आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए जरूरी दस्तावेजों के संबंध में भी जानकारी दी जाए ताकि योजनाओं के शत-प्रतिशत उद्देश्य की पूर्ति हो सके।
रिश्वतखोरी पर होगी कड़ी कार्यवाही…
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों से कहा कि शासकीय योजनाओं का शत-शत प्रतिशत लाभ आम जनता को दिलाने के लिए बेहतर प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि रिश्वतखोरी की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि औद्योगिक जिला होने के बावजूद भी बहुत सी विसंगतियां हैं।
भैयाजी ये भी देखें : बड़ी ख़बर : बीजापुर में IED ब्लास्ट, CRPF का ASI गंभीर…
आम जनता के जीवन की बेहतरी के लिए बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता है। महुआ शराब बनाने वाले आदिवासी से अवैध वसूली पर होगी कार्यवाही। शिकायत मिलने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश।