बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (BILASPUR NEWS) में पेरौल पर जाने वाले बंदी गायब हो रहे हैं। पिछले 15 दिनों में तीन बंदी वापस जेल आए ही नहीं। ऐसे में अच्छे आचरण के आधार पर मिलने वाला पेरोल का दुरुपयोग हो रहा है।
ताजे मामले की बात करें सेंट्रल जेल बिलासपुर में हत्या व षडयंत्र के मामले में अजीवन कारावास की सजा काट रहे सेवकदास पिता गुरुमुखदास (32) निवासी चनाडोंगरी थाना तखतपुर को पेरोल पर 12 जुलाई को छुट्टी दी गई थी। 16 दिन की छुट्टी पर गए बंदी को 29 जुलाई शाम 5 बजे तक जेल (BILASPUR NEWS) में हाजरी देनी थी। लेकिन वह नहीं पहुंचा, तो जेल अधीक्षक के निर्देश पर मुख्य प्रहरी श्रीधर कुमार ध्रुव ने सिविल लाइन थाने में मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर बंदी की तलाश कर रही है। पिछले 15 दिन में यह तीसरी घटना है पूर्व में रिटायर्ड एएसआई का बेटा व एक अपहरण की सजा काट रहा बंदी अभी तक नहीं लौटा।
भैयाजी यह भी देखे: साधु ने साधु को लात-घूंसों से पीटा, बीच बचाव करने आए युवक की मिली लाश
38 बंदी पैरोल पर हैं बाहर
सेंट्रल जेल में सजा काट रहे 38 बंदी वर्तमान में पेरोल पर बाहर हैं। पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें जेल में हाजरी देनी है। अब यदि दूसरे मामले की बात करें तो मेडिकल स्टोर संचालक के बेटों का अपहरण कर 2 करोड की फिरौती का आरोपी अनिल पाठे पिता रामसुंदर 11 जुलाई को पेरोल लेकर छुट्टी पर गया था। ऐसे में तय अवधि के अनुसार 28 जुलाई को उसे केन्द्रीय जेल वापस आना था।
इसमें मजे की बात यह है कि बकायदा बंदी को उसके परिजन जेल के गेट तक छोड़ कर गए थे। लेकिन अनिल जेल में पहुंचा ही नहीं, बंदी अनिल जेल के बाहर से ही भाग गया। इस मामले (BILASPUR NEWS) में भी शिकायत हुई है अब सिविल लाइन पुलिस उसकी तलाश कर रही है। मामले में सेंट्रल जेल बिलासपुर के उप-जेल अधीक्षक आरआर राय का कहना है, कि जेल में बंदियों को अलग-अलग समय पर पेरोल पर छोड़ा जाता है। यदि 12 जुलाई से अब तक मिले पेरोल की स्थिति को देखें तो 19 में से 18 लौट आए हैं लेकिन 12 जुलाई से पहले वाले में दो और गायब हैं। नियम अनुसार बंदी को पेरोल पर छुट्टी दी गई थी। उसे 29 जून को वापस आना था। जेल वापसी न होने पर सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।