नई दिल्ली। भारत सरकार के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल 8 से 11 मई, 2022 तक इजरायल दौरे पर रहेगा। यहाँ वे इज़रायल के कृषि मंत्री ओडेड फोरर के निमंत्रण पर दो देशों के बीच कृषि से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रवाना होंगे।
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9 मई, 2022 को प्रतिनिधिमंडल का ग्रीन 2000 एग्रीकल्चरल इक्विपमेंट एंड नो हाउ लिमिटेड और नेटएफ़आईएम लिमिटेड के सुविधा केन्द्रों, जो क्रमशः धान की खेती, गन्ना और कपास के लिए कृषि एवं सूक्ष्म और स्मार्ट सिंचाई प्रणाली (ड्रिप सिंचाई) के उपयोग के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न परियोजनाओं के योजना निर्माण, सेट-अप, परामर्श और जारी प्रबंधन से जुड़े हुए हैं, का दौरा करने का प्रस्ताव है।
कृषि मंत्री दोपहर में तेल-अवीव स्थित इजरायल एक्सपोर्ट एंड इंटरनेशनल कोऑपरेशन इंस्टीट्यूट में इजरायल की एग्रीटेक स्टार्टअप कंपनियों के साथ गोलमेज चर्चा करेंगे। दूसरे दिन, प्रतिनिधिमंडल का इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत कृषि अनुसंधान संगठन (एआरओ)- वोलकैनी संस्थान का दौरा करने का प्रस्ताव है, जिसे शुष्क परिस्थितियों में कृषि, सीमांत मिट्टी पर,
अपशिष्ट और खारे पानी के माध्यम से सिंचाई करने तथा नवीनतम कीट नियंत्रण और कटाई के बाद भंडारण विधियों का उपयोग करके उपज के नुकसान को कम करने में विशेष विशेषज्ञता प्राप्त है। मंत्री वोलकैनी के पोस्टडॉक्टोरल फैलोशिप, कार्यक्रम में भारत से आए प्रतिभागियों से भी मुलाकात करेंगे।
कृषि मंत्री को किब्बुत्ज़ नान के पास गनेई खन्नन में उन्नत मानचित्रण और फोटोग्राफी के संयोजन के साथ ड्रोन कृषि प्रौद्योगिकी सॉल्यूशन प्रस्तुत किए जाएंगे। मंत्री नेगेक रेगिस्तानी क्षेत्र में भारतीय सब्जियां उगाने वाले एक भारतीय मूल के किसान के स्वामित्व वाले एक फार्म का भी दौरा करेंगे।
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समापन के दिन, मंत्री इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर के साथ उनके कार्यालय में आमने-सामने बातचीत करेंगे। अंत में, प्रतिनिधिमंडल का माशाव के अंतर्राष्ट्रीय कृषि प्रशिक्षण केंद्र, शेफायम का दौरा करने का प्रस्ताव है, जिसका 1963 से ही परिचालन हो रहा है और जिसे कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण, ज्ञान के हस्तांतरण और पेशेवर सहायता में विशेषज्ञता प्राप्त है।