दिल्ली। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बन कर तैयार हो गया है। प्राचीनता को संजोए हुए आधुनिकता के साथ तालमेल मिलाकर चलती काशी के घाटों की शृंखला में एक और पक्का घाट नमो घाट (Namo Ghat) जुड़ गया है।
स्कल्पचर पर्यटकों को आकर्षित कर रहा
घाट की बनावट और अंतर्राष्ट्रीय सुविधा के साथ नमस्ते करता हुआ स्कल्पचर पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। अब इसे नमो घाट (Namo Ghat) भी कहा जाने लगा है। लगभग 34 करोड़ की लागत से खिड़किया घाट के प्रथम फेज के पुनरुद्धार काम लगभग समाप्ति की ओर है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्दी कर सकते है। इस घाट से जलमार्ग और वायु मार्ग को भी जोड़ा जाएगा जिससे पर्यटक अन्य शहरों तक जा सके।
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वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ डी. वासुदेवन ने बताया कि करीब 21000 स्क्वायर मीटर में बन रहे इस घाट की लागत लगभग 34 करोड़ है। जो लगभग आधा किलोमीटर लम्बा है। इसका पहला फेज बनकर तैयार हो गया है। इसके निर्माण में मेक इन इंडिया का विशेष ध्यान दिया गया है। इस घाट (Namo Ghat) पर वोकल फॉर लोकल भी दिखेगा।
यहाँ पर्यटक सुबह-ए-बनारस का नजारा देख और गंगा आरती में शामिल हो सकेंगे, वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का मजा ले सकेंगे ,सेहतमंद रहने के लिए सुबह मॉर्निंग वाक, व्यायाम और योग कर सकेंगे, दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए माँ गंगा के चरणों तक रैंप बना है। ओपेन थियेटर है, लाइब्रेरी, बनारसी खान पान के लिए फ़ूड कोर्ट है,मल्टीपर्पज़ प्लेटफार्म होगा,जहां हेलीकाप्टर उतरने के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन हो सकता है। इंजीनियर इंडिया लिमिटेड के मैनेजर दुर्गेश ने बताया कि गाबियन और रेटेशन वाल से घाट तैयार किया गया है। जिससे बाढ़ में घाट सुरक्षित रहेगा।