रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी रायपुर के बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है। राजधानी में चाकूबाजी की घटना आम हो गई है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि शादी घरों के भीड़ में घुसकर लोगों को चाकू मार रहे हैं।
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अग्रवाल ने कहा कि अपराधियों और पुलिस प्रशासन का दोस्ताना रिश्ते का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा कि देशभर के अपराधी अपराध कर छत्तीसगढ़ को अपने छुपने के लिए पनाहगार बना लिया है। खासकर रायपुर तो अन्य राज्यों के अपराधियों के लिए स्वर्ग हो गया है। अन्य राज्यों की पुलिस यहां आ आकर अपराधियों को पकड़ पकड़ कर ले जा रही है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन ने कहा कि प्रदेश सहित राजधानी अवैध शराब गांजा, चरस, हफीम, नशीली दवाओं का डंपिंग हब बन गया है। पूरे देश से यहां पर नशीली सामग्री आकर डम्प हो रही है और फिर रायपुर से अन्य राज्यों में सप्लाई हो रही है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में एक संगठित आपराधिक राजनीतिक गिरोह जमीन कब्जे, अतिक्रमण, शराब एवं नशे की दवाइयों के विक्रय में लगे हुए है।
राजधानी के गली-गली, चौक-चौक में शराब सहित नशीली दवाओं का अवैध व्यापार चल रहा है। पुलिस के संरक्षण में चल रहे हैं प्रदेश के अनेक थाना क्षेत्रों में तो थाना प्रभारी शराब के गाड़ियों का पायलटिंग करके ले जाते हैं। इतनी दुर्दशा प्रदेश में कभी नहीं थी।
थानों के मुहानों पर हो रहे अपराध
विधायक अग्रवाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है की वे पुलिस की मौजूदगी में थानों के मुहाने पर ही अपराधों को अंजाम दे रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में छत्तीसगढ़ अपराध के मामलों में यूपी-बिहार को भी पीछे छोड़ रहा है। शांति के टापू छत्तीसगढ़ को इस सरकार ने अपराध का गढ़ बना दिया है।
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बृजमोहन ने कहा कि प्रदेश में नक्सल गतिविधियां भी फिर तेजी से पैर पसार रही है। नक्सली क्षेत्रों में नक्सली उत्पात के कारण विकास के काम पर ब्रेक लग गया हैं। गांव वालों का अपहरण शासकीय कामों में लगे लोगों का अपहरण व हत्या आम बात हो गई। पूरे प्रदेश में गृह विभाग ठेके पर चल रहा है। थाना से लेकर ऊपर तक सारे पद बोली पर नीलाम हो रही है। इसी का परिणाम है कि अपराधियों को अपराध करने की खुली छूट मिली हुई है बस पुलिस विभाग में लेव्ही/कर पटाते रहे।