दिल्ली। हरियाणा में भिवानी जिले के डाडम पहाड़ में चल रहे खनन के दौरान अरावली क्षेत्र के पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा दरक कर नीचे आ गिरा। घटना नव वर्ष के पहले दिन सुबह 8.45 बजे घटी।
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हादसे (HADSA) में तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। सबसे बड़ी शिला को अभी तोड़ा नहीं जा सका है। अन्य छह-सात शिलाएं भी गिरी हैं। उनके नीचे भी दो से तीन लोगों के दबे होने की आशंका है। इसके अलावा दो डंपर, पत्थर तोड़ने में प्रयोग होने वाली दो पोपलैंड मशीनें, एक ट्रैक्टर-ट्राली सहित अन्य कई वाहन दबे हैं। देर रात तक बचाव राहत कार्य चल रहा था।
भिवानी पुलिस अधीक्षक -अजीत सिंह का कहना है कि अभी तीन लोगों के मरने की पुष्टि (HADSA) हुई है। दो लोग घायल हैं। तेजी से काम करवाने के लिए बाहर से टीमों को बुलाया गया है। पहाड़ से आठ बड़ी शिलाएं टूटकर गिरी हैं। सबसे बड़ी शिला करीब 11 हजार टन वजनी है। इसे तोड़ने में 24 घंटे से ज्यादा समय लगेगा। उसके नीचे ही लोगों के दबे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
ऐसे चला पूरा घटनाक्रम
गुरुवार को एनजीटी की मंजूरी के बाद शुक्रवार से ही यहां खनन का कार्य शुरू हुआ था। तोशाम से करीब 10 किलोमीटर दूर डाडम खदान में खनन का काम चलता है। अरावली क्षेत्र के दो पहाड़ों के बीच चल रहे खनन के दौरान शनिवार सुबह करीब 15 कर्मचारी काम पर लगे थे।
मशीनों से टूटा पत्थर डंपरों (HADSA) में डाला जा रहा था। काम शुरू होने के कुछ देर बाद अचानक वन विभाग के अंतर्गत आने वाला अरावली क्षेत्र का एक पहाड़ का बड़ा हिस्सा दरक कर नीचे आ गिरा। भिवानी के बागनवाला गांव के बिजेंद्र, जींद के मोरखी गांव निवासी संजय और बिहार के तूफान की मौत हुई है। झारखंड का गुंजन और बिहार का अंगद घायल है।