नई दिल्ली। एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी (Asian Hockey Champions Trophy) के सेमीफाइनल में जापान से मिली अप्रत्याशित हार के बाद भारतीय टीम ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ कांस्य पदक के मुकाबले में जबरदस्त वापसी की। टीम इंडिया ने पाकिस्तान को तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में 4-3 से हराया।
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हरमनप्रीत ने मैच के दूसरे ही मिनट में शानदार गोल दागा। भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला था। इस पर हरमनप्रीत ने गोल दाग भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि, 10वें मिनट में पाकिस्तान ने वापसी की और अफराज ने काउंटर अटैक पर शानदार गोल दागा। इस गोल के साथ स्कोर 1-1 से बराबर हो गया।
कई पेनल्टी कॉर्नर मिले
दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम (Asian Hockey Champions Trophy) को कई पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन टीम इसे भुना नहीं सकी। 22वें मिनट में हरमनप्रीत के शॉट को पाकिस्तानी गोलकीपर ने आसानी से रोक लिया। इसके अलावा आकाशदीप सिंह ने भी पाकिस्तानी डिफेंस पर काउंटर अटैक जारी रखा। हालांकि, वह गोल नहीं कर सके। दूसरे क्वार्टर की समाप्ती से कुछ सेकंड पहले पेनल्टी कॉर्नर को लेकर मैच कुछ देर के लिए रोक लिया गया।
फील्ड रेफरी फैसला सुनाने में असमर्थ थे। इसके बाद टीवी रेफरी को फैसला सुनाने कहा गया। हालांकि, टीवी रेफरी ने फैसला रद्द कर दिया और इस तरह हाफटाइम के बाद स्कोर 1-1 की बराबरी पर रहा। भारत को अब ब्रॉन्ज पर कब्जे के लिए अगले 30 मिनट में शानदार खेल दिखाना होगा। हाफ टाइम तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर था।
पहली बार कांस्य पदक मैच में आमने-सामने
दोनों टीमें पहली बार कांस्य पदक मैच के लिए आमने-सामने (Asian Hockey Champions Trophy) हुईं। इससे पहले टूर्नामेंट के इतिहास में चार बार नॉकआउट मुकाबलों में भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच भिड़ंत हुई है, लेकिन सभी मैच फाइनल थे। 2011 में भारत ने पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया था। 2012 में पाकिस्तान ने भारत को 5-4 से हराया था। 2016 में भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से रौंदा था। 2018 में दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया था।