दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से आग्रह किया है कि कंपनी को कोवोवैक्स वैक्सीन (vaccine) को निर्यात करने की इजाजत दी जाए। कंपनी की ओर से सीडीएससीओ से भी यह आग्रह किया गया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से स्वास्थ्य मंत्रालय को दी गई अर्जी में कहा गया है कि यदि कोवोवैक्स वैक्सीन के निर्यात की इजाजत नहीं दी जाती है तो दिसंबर-2021 तक इसकी एक करोड़ डोज बर्बाद हो जाएगी।
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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन (vaccine) जरूरी है लिहाजा इसे बर्बाद नहीं होने देना चाहिए। कंपनी की ओर से कहा गया है कि इंडोनेशिया की ओर से सीरम इंस्टीट्यूट को एक करोड़ डोज खरीदने का ऑर्डर भी दे दिया गया है। कंपनी की ओर से स्वास्थ्य मंत्रालय को दी गई अर्जी में कहा गया है कि कोवोवैक्स वैक्सीन को यदि भारत से निर्यात किया जाता है तो भारत में कोविड वैक्सीन की सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
देश में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन (vaccine) का पर्याप्त स्टॉक है और इसकी कोई कमी नहीं होगी। लिहाजा सरकार से कोवोवैक्स वैक्सीन के निर्यात के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी करने का आग्रह किया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से भारत में भी कोवोवैक्स वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी गई है। लेकिन अभी तक सीडीएससीओ ने कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जबकि इंडोनेशिया में कोवोवैक्स वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की इजाजत मिली हुई है।