रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार 14 नवंबर को पं. जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिन बाल दिवस पर शिक्षाविदों का कुंभ होने जा रहा है। इस शैक्षिक समागम (national education conference) में देशभर से ख्याति प्राप्त हस्तियां शामिल होंगी।
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कार्यक्रम साइंस कालेज मैदान (national education conference) रायपुर के आडिटोरियम में होगा। इस संबंध में शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शंकर नगर स्थित SCRET में प्रेस वार्ता ली। उन्होंने 14 और 15 नवंबर को होने जा रहे जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम आयोजन में होने वाले कार्यक्रमों से सम्बंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया की राष्ट्रीय शिक्षा समागम की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। दो दिवसीय यह आयोजन कल यानि 14 नवंबर से होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे। इसके साथ ही विशिष्ट अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, मंत्री रविन्द्र चौबे, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक सत्यनारायण शर्मा, महापौर एजाज ढेबर, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी उपस्थित होंगे।
100 नवाचारी शिक्षकों को आमंत्रित किया गया
इस कार्यक्रम में अलग अलग राज्यों से शिक्षावीदों को भी आमंत्रित किया गया है। नोबल पुरस्कृत अभिजीत बेनर्जी भी शामिल होंगे । इस दो दिवसीय कार्यक्रम में देशभर से आये नवाचारी शिक्षकों के द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी। राज्य शिक्षा व्यवस्था को ऊँचे स्तर पर ले जाने के किए जा रहे अलग-अलग योजना जैसे अंगना में शिक्षा , शुरूआती वर्षों में सीखना लॉक्डाउन के दौरान अपनाए गए नवाचारी प्रयास , पढ़ईं तहर दुआर 2.0 ( वर्चुअल स्कूल ) , स्वामी आत्मानंद इंगलिश मीडियम स्कूल , प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी , व्यवसाय एवं पूर्व व्यावसायिक शिक्षा , आंकलन की प्रभावी रणनीतियां, शिक्षा में तकनीकी डिजिटल साक्षरता का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 100 नवाचारी शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें राज्य के नवाचारी मॉडल प्रदर्शित करेंगे।
समागम में आने इन राज्यों से मिली सहमति
इस कार्यक्रम (national education conference) में आंध्रप्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दादरा एंड नगर हवेली, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लक्ष्यद्वीप, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पुदुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, रायपुर, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड सहित अन्य राज्य ने आने की सहमति दी है। सबसे पहले केरल की टीम छत्तीसगढ़ पहुंचकर बस्तर और दंतेवाड़ा के नवाचारी कार्यक्रमों का अवलोकन करेंगे।