रायपुर। जनता कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी के खिलाफ अब कांग्रेसियों ने राजभवन में भी मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व आईएएस शिशुपाल शोरी की अगुवानी में कांग्रेसियों ने राज्यपाल से मुलाकात की। शोरी के साथ कांग्रेस विधायक इंद्र शाह मंडावी, यू डी मिंज, गुलाब कमरो, मोहित कुमार केरकेट्टा, पुरुषोत्तम कवर, सत्यनारायण शर्मा, धनेन्द्र साहू, कुलदीप जुनेजा समेत कई कांग्रेसी नेता राजभवन पहुंचे थे।
कांग्रेस के इस दल ने राज्यपाल से ऋचा जोगी की जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने की मांग की है। कांग्रेसियों ने इसके पीछे जोगी की जाति के निरस्तीकरण की दलील दी है। शोरी ने कहा कि “हाईपॉवर कमेटी ने दिवंगत पूर्व सीएम अजीत जोगी के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया था। ऐसे में अमित जोगी और उनके परिवार के किसी भी सदस्य अनुसूचित जनजाति वर्ग का नहीं माना जा सकता। विधायकों ने ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र की समुचित जांच की मांग की है।”
उन्होंने विधायक अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी की जाति प्रमाण पत्र को संदिग्ध बताया और कहा कि मरवाही विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है, लेकिन फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर दिवंगत पूर्व सीएम अजीत जोगी अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षित मरवाही विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे थे।
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हाईकोर्ट में लंबित है प्रकरण
स्व. जोगी के जाति प्रमाण पत्र को हाईपावर कमेटी द्वारा 23 अगस्त 2019 को निरस्त किया गया। इन परिस्थितियों में स्व. जोगी के जाति प्रमाण पत्र संबंधी प्रकरण हाईकोर्ट में लंबित होने के कारण उनके पुत्र अमित जोगी और परिवार के किसी भी सदस्य को अनुसूचित जनजाति वर्ग का सदस्य नहीं माना जा सकता है।
कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि जोगी परिवार शुरू से छत्तीसगढ़ की जनता को गलत प्रमाण पत्र और झूठे तथ्यों के आधार पर अपने को आदिवासी बताकर छलावा करते रहे हैं। अब वर्तमान में उनका पुत्र भी उसी राह में अग्रसर है। ऋचा रूपाली साधू जाति ईसाई, जो कि अमित जोगी की पत्नी है और वह एक फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर अपने को आदिवासी बताने और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है।