रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (DHARAMLAL KAUSHIK) ने कहा, प्रदेश में नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। इन सब पर ध्यान न देते हुए मुख्यमंत्री अब कह रहे हैं कि पड़ोसी राज्य में नशे के कारोबार को कौन संरक्षण दे रहा है, इसकी जांच जरूरी है। खुद की गलती छुपाने के लिए दूसरे को गुनाहगार बताने की कला कोई प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृह मंत्री से सीखें।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक (DHARAMLAL KAUSHIK) ने कहा, प्रदेश में लगातार हर गली, मोहल्ले, टोला, पारा में नशे का सामान इस कदर पहुंच रहा है कि इस पूरे गिरोह में जो लोग सक्रिय हैं लगता है कि उनको प्रदेश सरकार की मौन सहमति भी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में गांजे की तस्करी लगातार हो रही है, इससे स्पष्ट है कि तस्करों के लिए प्रदेश पूरी तरह से सुरक्षित है और पुलिस की कार्रवाई भी नहीं हो रही है।
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सुरक्षा के बाद भी गांजे के मामले दर्ज
नेता प्रतिपक्ष कौशिक (DHARAMLAL KAUSHIK) ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था थी, उसके बाद भी जिस तरह से गांजे के मामले दर्ज किए गए हैं। तस्कर बेखौफ छत्तीसगढ़ में गांजे की अवैध आपूर्ति कर रहे थे और पुलिस केवल दिखावे के लिए कारईवाई करती रही।
आंकड़े चौकाने वाले
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो आंकड़े सामने आए हैं वे बेहद चौकाने वाले है 2020 में महासमुंद जिले में करीब 105 गांजे के मामले दर्ज किए गए। लगभग 69.58 क्विंटल गांजा जब्त किया गया, जिसकी राशि लगभग 8.51 करोड़ रुपए आंकी गई है। बस्तर में करीब 99 मामलों में लगभग 76.12 क्विंटल गांजा बरामद किया गया है। रायगढ़ जिले में 46 व कवर्धा में 40 मामले दर्ज किए गए हैं। उसी तरह से महासमुंद में 2021 में 48 प्रकरण दर्ज किए गए लगभग 56 क्विंटल गांजा जब्त किया गया है। बस्तर में 45 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें लगभग 70 क्विंटल गांजा बरामद किया गया है।