बालोद। कमार समाज (KAMAAR SAMAJ) के लोगों के लिए संचालित योजनाओं का फायदा उन्हें मिल रहा है या नहीं? इस बात की जानकारी लेने के लिए शनिवार को बालोद कलेक्टर जनमेजय महोबे डौण्डी विकासखण्ड के दूरस्थ वनांचल ग्राम सिंघोला के पारा सुकड़ीगुहान पहुंचे।
बरसात में रास्ता खराब होने के कारण कलेक्टर लगभग दो किलोमीटर मोटरसायकल चलाकर सुकड़ीगुहान पहुंचे। कमार समाज की बस्ती पहुंचने के बाद वहां पर ग्रामीणों से चर्चा की अैर उनकी समस्या सुनी। ग्रामीणों ने कलेक्टर से सड़क और आंगनबाड़ी केन्द्र की मांग की। ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि यहां साठ से ज्यादा परिवार निवास कर रहे हैं। सभी कमार समाज (KAMAAR SAMAJ) के हैं। कलेक्टर ने उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया अवलोकन
कलेक्टर ने कमार समाज (KAMAAR SAMAJ) के आय संवर्धन एवं जीविकोपार्जन में वृद्धि हेतु दी जा रही बांस हस्तकला पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का अवलोकन किया। आदिवासी विकास विभाग की उपायुक्त माया वारियर ने बताया कि अलग-अलग समूह बनाकर यहां कमार समाज के 150 लोगों को बांस के सोफा सेट, पलंग, नाईट लैम्प व सजावटी सामान जैसे उपयोगी सामग्रियों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जिससे वे आत्मनिर्भर होकर अधिक से अधिक आय संवर्धन कर सकें। कलेक्टर ने ग्रामीणों को मुर्गीपालन तथा बकरीपालन के लिए भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान दौरान जनपद पंचायत डौण्डी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी.एस.राज, ग्राम पंचायत सिंघोला के सरपंच, उप सरपंच आदि मौजूद थे।