सुकमा। सुकमा कलेक्टर विनीत नंदनवार ने जिले के थाना जगरगुण्डा के अंतर्गत ग्राम सिलगेर में हुई गोलीबारी के लिए दण्डाधिकारी जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक सुकमा के प्रस्ताव पर सहमति जताई है।
जिसके बाद कलेक्टर ने दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 176 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए घटना की जांच के लिए जाँच अधिकारी की नियुक्ति की है। इस मामलें की जाँच सुकमा के डिप्टी कलेक्टर रूपेन्द्र पटेल करेंगे।
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कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा जांच के लिए बिन्दु निर्धारित करते हुए जांच अधिकारी को एक माह के भीतर जांच पूर्ण कर प्रतिवेदन एवं आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि जिले के सिलेगर बेस कैंप में ग्रामीण विरोध करने कई दिनों से जुट रहे थे। 17 मई 2021 सोमवार को अचानक बड़ी संख्या में ग्रामीण कैंप के सामने पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी बीच अचानक से कथित रूप से माओवादियों ने CRPF कैंप में गोलीबारी शुरू की,
जवाबी कार्यवाही करते हुए जवानों ने भी गोलीबारी की। जिसके बाद मची अफरा तफरी के बीच मौका पाकर माओवादी मौके से भाग निकले। दोनो तरफ से हुई इस गोलीबारी में तीन मौतें हुई थी। जिनकी शिनाख्त ग्रामीणों के तौर पर वहां पहुंचे लोगो ने की है।
माओवादियों को हुआ नुकसान
सिलगेर कैंप बासागुड़ा से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सिलगेर में जवानों के लिए नए कैंप की स्थापना की गई है। क्योंकि ये इलाका नक्सलियों से घिरा हुआ है। आईजी पी.सुंदरराज ने बताया था कि ये धुर नक्सल प्रभावित इलाका है, इसलिए नक्सली कैंप के विरोध में माहौल बना रहे है।
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जानकारी के मुताबिक तर्रेम थाना क्षेत्र के सिलगेर में फोर्स के बेस कैंप का विरोध करने भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। इस दौरान क्रॉस फायरिंग हुई थी।