लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश के रामपुर पहुंची है। जहां उन्होंने किसानों द्वारा आयोजित ट्रैक्टर रैली में एक हादसे का शिकार हुए किसान के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने दिल्ली में किसानों की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए किसान नवरीत सिंह के दादाजी, पिताजी से मुलाकात कर उनके इस अपार दुख में उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।#कांग्रेस_सदैव_किसानों_के_साथ pic.twitter.com/l2Z7e5eyCZ
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प्रियंका ने उनसे कहा कि “मैं और मेरी पूरी पार्टी आपके साथ खड़ी है।”
किसान आंदोलन में अपनी जान गवाने वाले रामपुर डिबडिबा गांव के रहने वाले नवरीत सिंह की अंतिम अरदास आज रखी गई थी।
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जिसमें कृषि कानून पर साथ देने वाले मंत्री, विधायक और सांसदों का बहिष्कार करने की भी अपील की जा रही थी। ये अरदास कार्यक्रम अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति ने आयोजित किया था। जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हुई।
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने रामपुर से केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि “नए कृषि कानून किसानों के खिलाफ है, लेकिन इससे भी बड़ा क्राइम शहीदों को आतंकी कहना और उनके आंदोलन को राजनीतिक साजिश के तौर पर देखना है।”
तीन काले कानून किसानों पर बहुत बड़ा ज़ुल्म है।
लेकिन शहीदों को आतंकवादी कहना, किसानों के आंदोलन को राजनीतिक साजिश के रूप में देखना उससे भी बड़ा ज़ुल्म है।: श्रीमती @priyankagandhi#कांग्रेस_सदैव_किसानों_के_साथ pic.twitter.com/FTz6Fw3is3— Congress (@INCIndia) February 4, 2021
उन्होंने आगे कहा कि “हमें उम्मीद थी कि किसानों के लिए सरकार के दरवाजे खुलेंगे और सुनवाई होगी, लेकिन अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।”
Priyanka Gandhi का तंज़ : वह हमारा नेता नहीं
कांग्रेस महसचिव प्रियंका गाँधी ने कहा कि “अगर कोई नेता गरीबों की आवाज नहीं सुन सकता, तो वह हमारा नेता है ही नहीं।”
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किसानों के आंदोलन को सच्चा बताते हुए उन्होंने उनका समर्थन भी किया और कहा “यह देश के सभी किसानों का आंदोलन है, देशवासियों का यह आंदोलन है, इस आंदोलन में राजनीति नाम की कोई चीज नहीं नहीं है और न ही ये आंदोलन राजनीति से प्रेरित है।”