रायपुर। छत्तीसगढ़ में भी विजय दिवस (Vijay Diwas) पर भारत पाकिस्तान के ऐतिहासिक युद्ध में मिली विजय का उत्साह है। इस दौरान प्रदेश की राज्यपाल अनुसईया उइके ने जहाँ सेना के पराक्रम और सैनिकों की बहादुरी को याद किया।
वहीं इस युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए योद्धाओं को उन्होंने श्रद्धांजलि दी है।
इधर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस मौके पर ट्वीट कर विजय दिवस पर सैनिकों के साहस को सलाम किया है। साथ ही उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी नमन किया है।
राज्यपाल अनुसईया उइके ने कहा कि “16 दिसंबर 1971 को ढाका में भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम व शौर्य के आगे पाकिस्तान की सेना ने घुटने टेक दिए थे।
युद्ध में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों को नमन एवं समस्त देशवासियों को “विजय दिवस” (Vijay Diwas) की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद”
16 दिसंबर 1971 को ढाका में भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम व शौर्य के आगे पाकिस्तान की सेना ने घुटने टेक दिए थे। युद्ध में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों को नमन एवं समस्त देशवासियों को "विजय दिवस" की हार्दिक शुभकामनाएं।
जय हिंद#VijayDiwas— Governor Chhattisgarh (@GovernorCG) December 16, 2020
मुखिया भूपेश बघेल ने दो अलग अलग ट्वीट के माध्यम से विजय दिवस पर अपने विचार रखे है। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा “आज विजय दिवस (Vijay Diwas) है।
आज ही के दिन 1971 में हमारे वीर जवानों की जीत हुई और पाकिस्तान के 93 हज़ार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
पाकिस्तान का विभाजन हुआ और विश्व मानचित्र पर बांग्लादेश का उदय हुआ। वह इंदिरा गांधी जी के दृढ़ निश्चय और पराक्रमी नेतृत्व का कमाल था।”
आज विजय दिवस है। आज ही के दिन 1971 में हमारे वीर जवानों की जीत हुई और पाकिस्तान के 93 हज़ार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
पाकिस्तान का विभाजन हुआ और विश्व मानचित्र पर बांग्लादेश का उदय हुआ।
वह इंदिरा गांधी जी के दृढ़ निश्चय और पराक्रमी नेतृत्व का कमाल था। 1/2 pic.twitter.com/Ac3oxI6m5d
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 16, 2020
भूपेश ने दूसरे ट्वीट में कहा कि “मॉनेक शॉ के नेतृत्व में भारतीय सेना की उस जीत को इंदिरा जी ने विनम्रता से देश को समर्पित किया। इंदिरा जी न अमरीका जैसे महाशक्ति से डरीं, न सैनिकों का हौसला कम होने दिया। जाबांज सैनिकों को सलाम और इंदिरा जी के साहस को नमन।”
मॉनेक शॉ के नेतृत्व में भारतीय सेना की उस जीत को इंदिरा जी ने विनम्रता से देश को समर्पित किया।
इंदिरा जी न अमरीका जैसे महाशक्ति से डरीं, न सैनिकों का हौसला कम होने दिया।
जाबांज सैनिकों को सलाम और इंदिरा जी के साहस को नमन। 2/2
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 16, 2020
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने ट्वीट करते हुए लिखा “लौह महिला श्रीमती इंदिरा गांधी जी के कुशल नेतृत्व में हिमालय से ऊंचा साहस लिए हमारे रणबांकुरों ने भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रमी परम्परा का निर्वाह करते हुए 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान को शिकस्त दे कर विश्व के नक्शे पर बांग्लादेश की रचना कर एक इतिहास रचा था।”
लौह महिला श्रीमती इंदिरा गांधी जी के कुशल नेतृत्व में हिमालय से ऊंचा साहस लिए हमारे रणबांकुरों ने भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रमी परम्परा का निर्वाह करते हुए 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान को शिकस्त दे कर विश्व के नक्शे पर बांग्लादेश की रचना कर एक इतिहास रचा था। #VijayDiwas pic.twitter.com/DngiYmGi1k
— Tamradhwaj Sahu (@tamradhwajsahu0) December 16, 2020
प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंह ने कहा कि “श्रीमती इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पाकिस्तान पर भारत की विजय (Vijay Diwas) की 49 वीं वर्षगांठ पर भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। मैं हमारे जवानों की वीरता और बलिदान को सलाम करता हूं, जिन्होंने भारत की जीत के लिए साहस और दृढ़ संकल्प के साथ लड़ाई लड़ी।”
Tributes to the brave soldiers of Indian Army on the 49th anniversary of India's Victory over Pakistan under commanding leadership of Smt Indira Gandhi. I salute the valour & sacrifices of our jawans who fought with courage & determination for the victory of India. #VijayDiwas pic.twitter.com/pJjatJEtYS
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) December 16, 2020