वाराणसी /किन्नरों में देह त्यागने और उनके अंतिम संस्कार की एक अलग ही परम्परा है लेकिन कोरोना काल के दौरान देह त्यागने वाले किन्नर का अंतिम कार्यक्रम वैसे नहीं किया जा सका। जिसके चलते उनके समाज के लोग उन्हें मोक्ष दिलवाने आज घाट पर जा कर त्रिपिंडी श्राद्ध कर रहे हैं।
इस बारे में किन्नरों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व किन्नरों की गुरू एकता जोशी की हत्या हुई है उनकी देह शांति और आत्मा की शांति के लिए पूजा की जा रही है। किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण, वाराणसी वाली ने बताया कि इस साल कोरोना के कारण जिन किन्नरों ने अपनी देह त्यागी, पिशाच मोचन कुंड में हम उनका त्रिपिंडी श्राद्ध कर रहे हैं।