मुंबई। भारत की आर्थिक स्तिथि में तेज़ी से सुधार होने का क़यास भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगाया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज केंद्रीय छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक की जानकारी मीडिया को दी।
उन्होंने बैठक में लिए गए तमाम फैसले की जानकारी साझा करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 में देश की आर्थिक विकास दर में 7.5 फीसदी की गिरावट रहने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि इसके पहले आर्थिक विकास दर में 9.5 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया गया था।
Governor, Reserve Bank of India’s Monetary Policy Press Conference https://t.co/b4Oo4IUoQ5
— ReserveBankOfIndia (@RBI) December 4, 2020
गवर्नर दास ने मीडिया से चर्चा करते हुए इस बात ज़ोर दिया और कहा कि ” चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 0.1 फीसदी जबकि चौथी तिमाही में 0.7 फीसदी रह सकती है। वहीं अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में जीडीपी विकास दर 6.5 फीसदी के करीब रहने का अनुमान है।”
दास ने कहा कि भारत की आर्थिक स्थिति में उम्मीदों से कहीं ज्यादा तेज़ी से सुधार देखा जा रहा है। साथ ही वैश्विक बाजार में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन आने की उम्मीदों से भी बाजार की रिकवरी और तेज होते जा रही है।
RBI ने नहीं बदला रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। केंद्रीय छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में लिए जाने वाले फैसले के बाद आरबीाई गनर्वर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।
शक्तिकांत दास ने रेपो रेट चार फीसदी पर बरकरार रखने की घोषणा की। इस घोषणा के साथ ही घरेलू शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल दिखा। सेंसेक्स पहली बार 45,000 के पार चला गया और निफ्टी भी रिकॉर्ड उंचाई को छुआ है।