रायपुर। छत्तीसगढ़ में राजस्व की बडा जरिया खनिज संपदा है। इनका परिवहन करके प्रदेश आर्थिक रुप से मजबूत हो रहा है। स्थानीय लोग कारोबार के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद स्थानीय लोगों को प्रमुखता से नियमानुसार काम देने का निर्देश साय सरकार ने जारी किया था। लेकिन सीएम द्वारा जारी निर्देशों की विभागीय अधिकारी अनदेखी करने की तैयारी कर रहे है।
एप्रोच लगाकर दूसरे राज्यों के कारोबारी सप्लाई और परिवहन के कारोबार में घुस रहे है। इसी तरह का मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में आया है। कांकेर जिले में आयरन ओर की माइंस है। इस माइंस में पूर्व में आयरन ओर परिवहन का काम स्थानीय लोगों के पास था। लेकिन वर्तमान में इस काम को छीनने की कोशिश हो रही है। स्थानीय कारोबारियों के अनुसार गुजरात का कारोबारी बराड़ आयरन ओर की प्रदेश और दूसरे राज्यों में परिवहन करने के लिए सिस्टम में सेंध लगा रहा है। स्थानीय अधिकारियों से काम लेने में आसानी हो, इसलिए दिल्ली में बैठे राजनेताओं से फोन करवाकर दबाव भी बनवा रहा है। मामले की जानकारी लगने पर स्थानीय ट्रांसपोटरों सीएम साय से मुलाकात करने और प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे है। ट्रांसपोटरों का कहना है, कि शिकायत का समाधान नहीं होने पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।