जोधपुर। रक्षाबंधन की सुबह एक भावुक करने वाली तस्वीर नागौर से आई। 10 साल पहले छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए CRPF जवान हेमराज शर्मा की दो बहनों ने गांव में लगी भाई की प्रतिमा को राखी बांधी और मिठाई का भोग लगाया। हेमराज शर्मा नागौर के डीडवाना के गांव मामड़ोदा के रहने वाले थे।
शहीद हेमराज की बहनें मनीषा और मधुबाला रक्षाबंधन के पर्व पर गांव मामड़ोदा आई हुई हैं। दोनों सुबह जल्दी तैयार हुईं और भाई के स्मारक पर पहुंचीं। उन्होंने सबसे पहले अपने शहीद भाई की प्रतिमा का तिलक किया और फिर कलाई पर राखी बांधी। भाई की प्रतिमा को राखी बांधने के बाद दोनों बहनों ने लाड़-दुलार भी जताया। इस दौरान वे खुश नजर आईं।
हालांकि राखी बांधने के बाद बहनों की आंखों में आंसू आ गए। मनीषा ने कहा- भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन हर साल बहनों के लिए खास महत्व रखता है। भाई ने देश के लिए प्राण न्योछावर किए। राखी के दिन भाई बहन की रक्षा की प्रतिज्ञा लेता है लेकिन भाई ने पूरे देश की बहनों की रक्षा की।
इस भावुक मौके पर शहीद हेमराज शर्मा की बहन मधुबाला ने बताया- भाई की बहुत याद आ रही है। उनके दिलों में केवल उनकी यादें ही रह गई हैं। हमें अपने भाई की शहादत पर गर्व है, क्योंकि उन्होंने अपने देश के लिए अपना बलिदान दिया। हमारा भाई मरा नहीं है, वह आज भी हमारे दिलों में, इस देश के दिलों में जिंदा है, क्योंकि शहीद कभी मरते नहीं।
CRPF में सब इंस्पेक्टर के पद पर थे तैनात
गौरतलब है कि डीडवाना के ग्राम मामड़ोदा निवासी शहीद हेमराज शर्मा सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। छत्तीसगढ़ में उनकी पोस्टिंग थी। 1 दिसंबर 2014 को गश्ती दल के साथ गश्त करते समय नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में हेमराज शर्मा के साथ ही सीआरपीएफ के 15 अन्य जवान भी शहीद हो गए थे। हेमराज की शहादत और उनके परिवार के इस साहसिक कदम ने रक्षाबंधन के इस त्योहार को एक नए अर्थ और भावना से भर दिया है।