रायपुर। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर रिटायर्ड सिविल सर्जन को ठगने वाले दो साइबर ठगों को रेंज साइबर थाने की टीम ने गिरफ्तार किया है। एक आरोपी साॅफ्टवेयर इंजीनियर है। वह टेलीग्राम और वाट्सऐप ग्रुप में लोगों को जोड़कर उन्हें ट्रेडिंग के लिए उकसाता था। दूसरा आरोपी लोगों से बैंक खाते किराए पर लेता था। ठगी का पैसा उन्हीं खातों में ट्रांसफर किया जाता था। आरोपियों के पास मिले बैंक खातों पर देशभर के 80 स्थानों से ठगी का पैसा ट्रांसफर हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार टाटीबंध में रहने वाले रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉक्टर प्रकाश गुप्ता से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 74.49 लाख रुपए ऑनलाइन ठग लिया गया था। आमानाका थाने में अपराध दर्ज होने के बाद टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान ठगी में इस्तेमाल हुए मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जांच की गई। इसमें भिलाई के रिसाली निवासी विकास चंद्राकर का पता चला। विकास साॅफ्टवेयर इंजीनियर है। पुलिस उसे पकड़ा और पूछताछ की। उसने भिलाई के ही आशीष साहू के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी को अंजाम देना स्वीकार किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के कब्जे से 4 मोबाइल, लैपटॉप, 7 डेबिट कार्ड, आई-10 कार जब्त किया गया है। बैंक में 8 लाख कैश होल्ड कराया गया है।