रायपुर। सूबे की निलंबित IAS रानू साहू की जमानत याचिका खारिज हो गई है। दरअसल मंगलवार को रानू की जमानत याचिका पर रायपुर की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसके बाद जज ने बुधवार तक के लिए फैसला सुरक्षित रखा था। वही बुधवार को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए जमानत याचिका को खारिज कर दिया है।
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इससे पहले सोमवार को कोल स्कैम केस जिसकी ईडी इन्वेस्टिगेशन कर रही थी। उस मामले में दीपेश टांक और रानू साहू को 7 अगस्त तक अंतरिम जमानत मिली है। लेकिन रानू साहू ईओडब्ल्यू के केस में जेल में बंद है। ऐसे में जेल से बाहर आना मुश्किल है।
सोमवार को स्पेशल कोर्ट में ईओडब्ल्यू ने दीपेश टांक को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करने के लिए आवेदन लगाया था। दोनों पक्षों के तर्क को सुनने के बाद कोर्ट ने ऑर्डर को सुरक्षित रखा है। वही इस मामले पर आज कोर्ट फैसला सुनाएगी।
ईडी केस में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रायपुर सेंट्रल जेल में बंद दीपेश टांक की मंगलावार की रात को रिहाई हो गई है। कोयला घोटाले में सुप्रीम कोर्ट से दीपेश टांक को जमानत मिलने के बाद अब ईओडब्ल्यू दीपेश को हिरासत में लेना चाहती है।
इस बीच मंगलवार को दीपेश की जमानत फर्निश हो गई और वह जेल से बाहर आ गया । जबकि ईओडब्ल्यू की टीम उसे घेरने के लिए बाहर खड़ी थी। ईओडब्ल्यू की टीम को पता ही नहीं चला और दीपेश चला गया। उसे हिरासत पर देना है या नहीं इस पर फैसला आज होगा। अगर कोर्ट से ईओडब्ल्यू के पक्ष फैसला आता है तो दीपेश की गिरफ्तारी हो सकती है।
दीपेश टांक के वकील फैजल रिजवी ने बताया कि, ईओडब्ल्यू ने अभी तक बाकी लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन दीपेश को गिरफ्तार नहीं किया था। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें परेशान करने और उच्च अधिकारियों को खुश करने के लिए ईओडब्ल्यू गिरफ्तार करना चाहती है।
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दीपेश टांक को परेशान करने की नीयत से इस तरह की चीजें की जा रही है। जबकी दीपेश का केस से कोई लेना-देना नहीं है। ईओडब्ल्यू के वकील सौरभ पांडेय ने कहा कि, कोल स्कैम केस में ईडी इन्वेस्टिगेशन कर रही थी। उस मामले में दीपेश टांक और रानू साहू को 7 अगस्त तक अंतरिम जमानत मिली है। लेकिन ईओडब्ल्यू भी अलग पूछताछ करना चाहती है।