दिल्ली। NEET के पेपर लीक की जांच में अब तक देश के 4 राज्यों से 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें बिहार से 13, झारखंड से 5, गुजरात से 5 और महाराष्ट्र से 2 शामिल हैं। महाराष्ट्र में 23 जून को नांदेड़ ATS ने लातूर के 2 टीचर संजय तुकाराम जाधव और जलील खान उमर खान पठान, नांदेड़ के इरन्ना मशनाजी कोंगलवाव और दिल्ली के गंगाधर के खिलाफ पब्लिक एग्जाम एक्ट 2024 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जाधव और पठान को रविवार देर रात गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य दो आरोपी फरार हैं।
CBI की टीम बिहार और गुजरात पहुंची
मामले की जांच केंद्र सरकार ने CBI को सौंपी है। CBI की टीमें सोमवार 24 जून को बिहार और गुजरात पहुंची है। बिहार EOU ने अपनी जांच रिपोर्ट CBI को सौंप दी है। पटना में पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए EOU की 6 टीमें अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल 32 के तहत भी याचिका दायर हुई
सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका सोमवार को दायर की गई जिसे आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन के तौर पर दखिल किया गया। दरअसल, संवैधानिक अधिकारों के हनन के मामले में शिकायत आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन के तौर पर दाखिल की जाती है। जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की बेंच ने याचिकाकर्ता से सवाल किया कि ये आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन कैसे है? याचिका में NEET UG एग्जाम में OMR शीट से छेड़छाड़ में NTA की भूमिका की जांच CBI और ED को सौंपने की मांग की गई थी। इस मामलों को भी 8 जुलाई को सुनवाई के लिए लिस्ट कर लिया गया।