बलौदाबाजार। सूबे के बलौदाबाजार में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए तीखा हमला किया है। इस मामलें में सियासी दांवपेंचों के बिच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को निशाने पर लिया।
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बघेल ने मीडिया से कहा कि “इस घटना से छत्तीसगढ़ कलंकित हुआ है। SP और कलेक्टर आंख बंद कर बैठे रहे, क्या विभाग के मंत्री और अधिकारी को पता नहीं होगा। सरकार को अपने पद पर एक भी मिनट रहने का अधिकार नहीं है।
अपराधियों को सरकार पकड़े और उस पर कड़ी कार्रवाई करे। निर्देश लोगों के साथ गलत ना किया जाए। इस घटना के बाद कई लोग लापता हैं, प्रशासन इसकी सूची जारी करे।” बघेल ने कहा “देश और प्रदेश के इतिहास में SP और कलेक्टर कार्यालय को कभी नहीं फूंका गया। सभा स्थल से कलेक्ट्रेट की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है। सभा में सुबह 10 बजे से लोगों का आना शुरू हो गया था।
सभा में अन्य जिलों से भी लाेग आए थे, नागपुर से भी बड़ी संख्या में लोग आए थे। इसमें अन्य लोगों के संलिप्त रहने की जानकारी मिल रही है। प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यवस्था नहीं गई थी। कार्यालय को तोड़ा गया, आग लगा दी गई, लेकिन प्रशासन हाथ पर हाथ धरा बैठा रहा।”
घटना के बाद बहुत से लोग लापता
बघेल ने कहा “जब 10 बजे से भीड़ आनी शुरू हो गई थी, तब भी पुलिस प्रशासन की व्यवस्था नहीं थी। प्रशासन के पास कोई भी अल्टरनेटिव मैनेजमेंट नहीं था। हिंसक प्रदर्शन के बाद पूरे बलौदाबाजार जिले में दहशत का वातावरण है। कोई भी कुछ कह नहीं रहा है, इस घटना के बाद बहुत से लोग लापता है।
कल एक महिला आई थी, उसके पति लापता है, पति का फोन बंद आ रहा है। मुंगेली से एक व्यक्ति पिक्चर देखने आया था उसको सिनेमा हॉल से ही उठाकर पुलिस ले गई। रास्ते में पकड़-पकड़ कर पुलिस ने आम लोगों को मारा और अंदर किया है।
पुलिस की बर्बरता की निंदा करते है
पुलिस निरंकुश हो गई है, यह बहुत दुर्भाग्यजनक है अगर समय रहते पुलिस व्यवस्था कर ली गई होती तो यह घटना घटित नहीं होती। पूर्व सीएम बघेल ने कहा अपनी नाकामी को छुपाने के लिए पुलिस की बर्बरता का हम निंदा करते हैं। आम लोगों के साथ ऐसी बर्बरता नहीं होनी चाहिए। इस घटना के बाद जितने लोग लापता हैं उसकी सूची जारी करनी चाहिए। सरकार की ओर से अनर्गल बयानबाजी और दोषारोपण गलत है।