मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में बुधवार के कारोबारी सत्र में तूफानी तेजी देखने को मिल रही है। दोपहर 12:30 बजे तक सेंसेक्स 1,483 अंक या 2.06 प्रतिशत बढ़कर 73,581 अंक और निफ्टी 474 अंक या 2.17 प्रतिशत बढ़कर 22,359 अंक पर था। बता दें मंगलवार को चुनाव के परिणाम एग्जिट पोल अनुमान के मुताबिक न आने के कारण भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट हुई थी। सेंसेक्स और निफ्टी 6 प्रतिशत फिसलकर बंद हुए थे।
ये ख़बर भी देखें : जीत के बाद बोले बृजमोहन, जनता ने भरपूर स्नेह दिया…ये रिकार्ड उसी का नतीज़ा…
लेकिन बुधवार को बाजार में चौतरफा खरीददारी देखने को मिल रही है। निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स इस तेजी को लीड कर रहा है और इसमें 4.5 प्रतिशत की बढ़त बनी हुई है। फिन सर्विस, मेटल, फार्मा, आईटी और ऑटो इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत तक की तेजी है। केवल निफ्टी पीएसयू बैंक और पीएसई ही लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
इंडिया विक्स में रिकॉर्ड 27 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है और यह 19.62 अंक पर पहुंच गया है। सेंसेक्स पैक में एचयूएल, एमएंडएम, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक टॉप गेनर्स हैं। दूसरी तरफ एलएंडटी, पावर ग्रिड, एसबीआई और एनटीपीसी टॉप लूजर्स हैं।
बाजार में रुझान सकारात्मक बना हुआ है। एनएसई पर 1,299 शेयर हरे निशान में और 945 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। बाजार में तेजी के कारण बीएसई का बाजार पूंजीकरण 7 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 402 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो कि मंगलवार को बाजार बंद होने पर 395 लाख करोड़ रुपये था।
बाजार को लेकर जानकारों का कहना है कि जब तक सरकार नहीं बन जाती, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। निवेशकों को लंबी अवधि के नजरिए से सही वैल्यूएशन और अच्छी ग्रोथ वाले शेयरों में निवेशित रहना चाहिए।
ये ख़बर भी देखें : शेयर बाजार में चुनाव परिणाम का असर…बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 5,908 अंक लुढ़का…
“ऐतिहासिक डेटा बताता है कि बाजार ने उतार-चढ़ाव के बावजूद लंबे समय में अच्छा रिटर्न दिया है। 2014 और 2019 के नतीजे आने के कुछ महीने बाद भी बाजार में तेजी देखने को मिली थी। निवेशकों को सलाह देते हुए बाजार के जानकारों ने कहा कि जल्दबाजी में आकर अपने शेयर ने बेचें। अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं। सरकार की पॉलिसी में निरंतरता रहने के कारण डिफेंस, इन्फ्रा और कैपिटल गुड्स सेक्टर को फायदा होगा।”