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मायावती का बड़ा फैसला, भतीजे आनंद को उत्तराधिकारी पद से किया बेदखल

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दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को एक चौंकाने वाला फैसला लिया। मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बहुजन समाजवादी पार्टी(BSP) के नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से बेदखल कर दिया। बसपा सुप्रीको के इस फैसले पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों ने प्रतिक्रियाएं दी है।

बीजेपी ने मायावाती के फैसले पर क्या कहा

बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने मायावती के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मायावती बीएसपी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाती हैं। पार्टी में सिर्फ मायावती को निर्णय लेने की आजादी है। इसके साथ ही मायावाती बीजेपी की ओर से BSP के भीतर भाई-भतीजावाद को लेकरबउठाए गए सववाल से भी चिंतिंत थीं। क्या इस फैसले के बाद भी मायावाद परिवारवाद से पूरी तरह से मुक्त हो पाएंगी। त्रिपाठी ने यह भी सवाल किया कि क्या बसपा दलितों के हितों को प्राथमिकता देना जारी रखेगी और पार्टी के किसी आम दलित कार्यकर्ता को ये अहम पद सौंपेंगी।

बीएसपी और बीजेपी के बीच अघोषित गठबंधन है: सपा प्रवक्ता

उधर, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि बीएसपी और बीजेपी के बीच अघोषित गठबंधन है। चांद ने कहा कि जिस तरह से बसपा के टिकट बांटे गए और बाद में बदल दिए गए, उससे लगता है कि इस फैसले में कहीं न कहीं बीजेपी का प्रभाव था। आकाश आनंद बीजेपी के मुखर आलोचक रहे हैं। वह बीजेपी से लगातार सवाल कर रहे थे। यह बात बीजेपी को कहीं न कहीं चुभ रही थी। अब मायावाती ने आकाश आनंद के खिलाफ एक्शन लेकर यह साबित कर दिया है कि बीएसपी और बीजेपी के बीच अघोषित गठबंधन जरूर है।

मायावाती ने सोशल मीडिया के जरिए दी जानकारी

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर आकाश आनंद को पार्टी के प्रमुख पदों से हटाने की जानकारी दी।मायावाती ने लिखा कि कि बसपा सिर्फ एक पार्टी नहीं है, बल्कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और कांशीराम द्वारा समर्थित सामाजिक परिवर्तन का एक आंदोलन भी है। मान्वयर कांशीराम व मैने खुद भी इस आंदोलन के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस आंदाेलन को आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को तैयार किया जा रहा है।

आकाश आनंद के पिता बीएसपी में देते रहेंगे सेवा

मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा की पार्टी के लिए नई पीढ़ी को तैयार करने की बात को ध्यान में रखते हुए शुरुआत में आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। हालांकि पार्टी व आंदोलन के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को इन दोनों जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। हालांकि, बसपा प्रमुख ने लिखा कि आकाश आनंद के पिता आनंद कुमार पार्टी और पार्टी से जुड़े मूवमेंट की जिम्मेदारी पहले की तरह निभाते रहेंगे।

आखिर किस वजह से आकाश आनंद पर लिया गया एक्शन

आकाश आनंद को हटाने के पीछे का कारण उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक सार्वजनिक रैली के दौरान की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी है। उन्होंने कथित तौर पर भाजपा सरकार की तुलना आतंकवादियों से की, जिसके कारण कई रैलियां रद्द करनी पड़ीं। इस घटना के बाद मायावती ने उन पर आगे रैलियां करने पर रोक लगा दी थी। बता दें कि बीजेपी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद आकाश की ओरैया और हमीरपुर समेत चार रैलियां रद्द कर दी थी।