रायपुर। पूर्व में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे चंद्रशेखर शुक्ला ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया है कि “झीरम के संदिग्ध कवासी लखमा को प्रत्याशी क्यो बनाया ?” वहीं उन्होंने सूबे के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को भी इस पत्र के माध्यम से रडार में लिया है। शुक्ला ने अपने पत्र में कहा कि “भूपेश बघेल जेब से सबूत क्यो नही निकालते ?”
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हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे चंद्रशेखर शुक्ला ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर कहा है कि छत्तीसगढ़ की पावन धरा में आपका स्वागत है। काँग्रेस का पूर्व कार्यकर्ता होने के नाते कुछ प्रश्न जो सदैव मुझे परेशान करते रहे आपसे करना चाहता हूँ, आपेक्षा, आगृह है आप जवाब देंगे।
01. जिस कवासी लखमा को पूरा छत्तीसगढ़ और पूरा काँग्रेस झीरम घाटी नरसंहार का संदिग्ध मानता है तथा जिसे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी 2013 में संदिग्ध ठहराया था को आपने क्या क्लीन चिट देकर लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है ?
02. क्या झीरम के शहीदों को आप शहीद नहीं मानते हैं या सिर्फ शहीद सिर्फ वही हैं जो आपके परिवार से हैं, आपने इनको न्याय दिलाने के लिये संसद में कितनी बार मांग / प्रयास किया है ?
03. पूर्व मुख्यमंत्री माननीय भूपेष बघेल जिन सबूतों को जेब में डाल के रखे हुये हैं वह सबूत कब बाहर आयेंगे? अब तो आपकी सरकार भी चली गई माननीय भूपेश बघेल जी किसे बचाना चाहते हैं।
मेरा यह मानना है झीरम घाटी का नरसंहार काँग्रेस के नेताओं की आपसी खूनी रंजिश की परीणिती है, जिसमें शहीद विद्या भैय्या, शहीद नंद कुमार पटेल, शहीद महेन्द्र कर्मा जी और शहीद उदय मुदलियार सहित 31 अन्य काँग्रेस कार्यकर्ताओं को शहादत देनी पड़ी थी। मेरा शहीद उदय मुदलियार के परिवार से भी आग्रह है कि राजनांदगांव चुनाव के प्रत्याशी भूपेश बघेल को सबूत को सार्वजनिक करने का आग्रह करें।