रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज शून्यकाल के दौरान बहुचर्चित साधराम यादव हत्याकांड का मामला उठा। इस मामलें में कांग्रेस विधायकों ने CBI जांच की पुरज़ोर तरीके से मांग उठाई। विपक्ष के इस मांग पर सत्ता पक्ष की तरफ से टिपण्णी होनी शुरू हुई और देखते ही देखते दोनों पक्ष में जमकर हंगामा होने लगा।
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आलम ये हुआ कि कांग्रेस विधायक गर्भगृह में उतर नारेबाजी करने लगे। गर्भगृह में उतरने पर कांग्रेसी विधायक सदन से निलंबित हो गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
दरअसल सदन में आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामलें पर कहा “साधराम यादव की हत्या की सही जांच नहीं की गई है। ना ही पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा मिला।”
पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थन में कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव, देवेंद्र यादव, द्वारिकाधीश यादव, विक्रम मंडावी और अनिला भेड़िया भी उतर आए। सभी ने सरकार से इस मामलें में उचित कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने एक स्वर में इस मामलें की CBI जांच की मांग दोहराई।
स्पीकर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा “गृहमंत्री ने इस विषय पर कल ही सदन में स्पष्ट जवाब दे दिया है। इस विषय में आगे भी सदस्यों को अपनी बात कहने का मौक़ा मिलेगा।”
तब भूपेश बघेल ने कहा “यह गंभीर मामला है। सीबीआई जांच की घोषणा की जानी चाहिए।” संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा “जो लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं उन्हें ख़ुद सीबीआई पर भरोसा नहीं है।”
भूपेश बघेल ने कहा “सीबीआई को बैन हमने नहीं किया है। हमारे पूर्व सरकार ने ये व्यवस्था कर ली थी। हम जब आये तब हमने सिर्फ़ नोटिफ़िकेशन जारी किया था। आज भाजपा सत्ता में है लेकिन अब तक सीबीआई की एंट्री को लेकर नोटिफ़िकेशन जारी नहीं किया है। सरकार की अनुमति से किसी जांच पर राज्य की सहमति पहले भी थी।”
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इन्ही बातों के बीच विपक्षीय सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और नारेबासी करते हुए वेळ में चले गए। जिसकी वज़ह से विपक्ष के विधायक निलंबित हो गए।