नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए विपक्ष पर जोरदार कटाक्ष किया। साथ ही उन्होंने परिवारवाद पर भी जमकर हमला बोला।
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पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि “कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे ? कब तक समाज को बांटते रहोगे ? बहुत तोड़ा देश को…अच्छा होता कि जाते-जाते तो कम से कम इस चर्चा के दरम्यान कुछ सकारात्मक बातें होती, कुछ सकारात्मक सुझाव आते। लेकिन हर बार की तरह आपने देश को काफी निराश किया। क्योंकि आपकी सोच की मर्यादा देश समझ पा रहा है, इसलिए बार-बार दर्द होता है कि इनकी ये दशा है, सोचने की मर्यादा इतनी है।
उन्होंने आगे कहा कि “अध्यक्ष जी नेता तो बदल दें, लेकिन टेप रिकॉर्डर वही बज रहा है। कोई नई बात आती नहीं है, पुरानी ढपली और पुराना राग चलता रहता है। चुनाव का वर्ष था, थोड़ी मेहनत करते…कुछ नया निकालकर लाते, जनता को कुछ नया संदेश दे पाते… आप उसमें भी फेल हो गए…!”
विपक्ष की हालत की सबसे बड़ी दोषी कांग्रेस
पीएम मोदी ने कहा कि “आज विपक्ष की जो हालत है, इसकी सबसे बड़ी दोषी कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बहुत बड़ा अवसर मिला था, 10 साल कम नहीं होते…लेकिन 10 वर्षों में ये उस दायित्व को निभाने में भी पूरी तरह विफल हो गए। जब खुद विफल हो गए… तो विपक्ष में भी और होनहार लोग हैं… उनको भी उभरने नहीं दिया।”
विकसित भारत के लक्ष्य पर हुई चर्चा
पीएम मोदी ने कहा कि “राष्ट्रपति ने भारत के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए चार मजबूत स्तंभों पर हम सबका ध्यान केंद्रित किया है। उनका सही आंकलन है कि देश के चार स्तंभ जितने ज्यादा मजबूत होंगे, विकसित होंगे, समृद्ध होंगे…हमारा देश उतनी ही तेजी से समृद्ध होगा।” उन्होंने देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहन और देश के किसान की चर्चा की है, जो विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करेगी।