नई दिल्ली। केन्द्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज अयोध्या को बंगलुरू और कोलकाता से जोड़ने वाली पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ऐतिहासिक क्षण था। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागर विमानन तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह भी उपस्थित थे और इन महत्वपूर्ण हवाई मार्गों की शुरुआत के साक्षी बने।
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इस अवसर पर केन्द्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अयोध्या नगरी अहमदाबाद, दिल्ली और अब कोलकाता और बंगलुरू से भी जुड़ गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने यह सुनिश्चित किया है कि अयोध्या में ‘महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ के शुभारंभ के 17 दिनों के भीतर, अयोध्या नगरी देश के चारों कोनों से जुड़ जाए। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी पूरे देश के भक्तों को अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के दर्शन में सहायक होगी।
नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने उत्तर प्रदेश में विमानन अवसंरचना के बारे में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तेजी से हवाई अड्डों के विकास में दिया गया सहयोग सराहनीय है। उन्होंने यह घोषणा भी की कि उत्तर प्रदेश में इस वर्ष कुल 16 हवाई अड्डे होंगे और यह संख्या 2025 तक 19 हवाई अड्डों तक पहुंच जाएगी।
पर्यटन और आर्थिक विकास में होगी मदद
इस अवसर पर केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री, जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह ने इस उड़ान सेवा को शुरू करने के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस को धन्यवाद दिया तथा उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस उड़ान मार्ग का शुभारंभ हवाई संपर्क के विस्तार और क्षेत्रों में पहुंच को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है,
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और यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि जुड़े शहरों के आर्थिक विकास में भी योगदान देगी। एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा परिचालित यह विमान सेवा सप्ताह में तीन दिन- सोमवार, बुधवार और गुरुवार – को उपलब्ध होगी, जो नीचे दिए गए कार्यक्रम के अनुसार तुरंत प्रभावी होगी।