रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपनी कक्षा तक पहुँचने पर वैज्ञानिकों सहित देशवासियों को बधाई दी है। राज्यपाल ने अपने सन्देश में कहा कि यह उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का परिणाम है। यह सफलता विकसित भारत की प्रतिभा को भी प्रदर्शित कर रही है। इसके बाद भारत, सूर्य का अध्ययन करने वाले दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल हो गया है।
राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपनी कक्षा तक पहुँचने पर वैज्ञानिकों सहित देशवासियों को बधाई दी है। 1/2
— Governor Chhattisgarh (@GovernorCG) January 6, 2024
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपने गंतव्य स्थल एल-1 प्वाइंट पर सफलतापूर्वक पहुंचने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इसरो के वैज्ञानिकों ने अपनी लगन, समर्पण, मेहनत और प्रतिभा से अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रच दिया है। उनकी इस उपलब्धि पर हमें गर्व है।
"जय विज्ञान"
नये भारत ने सूर्य मिशन में लहराया परचम
आदित्य L-1 अंतिरक्ष यान अपनी अंतिम गंतव्य कक्षा में पहुंच चुका है। @isro के कर्मवीर वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं।#AdityaL1Mission pic.twitter.com/LetDCpHFnu
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 6, 2024