रायपुर। ’’मास्टर ट्रेनर ने पूछा मतदान क्रमांक-02 का क्या कार्य है। महिला प्रशिक्षणार्थियों बताया कि अमिट स्याही लगाना, पर्ची देना, रजिस्टर में हस्ताक्षर कराना। उनकेे सटीक एवं सही जवाब से मास्टर ट्रेनर संतुष्ट हुए और सराहना भी की। यह दृष्य एनआईटी में मतदान दलों का प्रशिक्षण के दौरान का था। यहां ट्रेनिंग ले रहीं महिलाएं उत्साह से लबरेज थी, क्योंकि जिले का यह विधानसभा चुनाव प्रदेश के निर्वाचन में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। यहां के दो विधानसभा महिलाओं के जिम्मे होगा। यहां टॉप से लेकर यूनिट तक निर्वाचन का कार्य महिलाओं को सौंपा जाएगा। यह विधानसभा में उत्तर और पश्चिम है। वास्तव में यह महिला सशक्तिकरण का परिदृष्य है।
राज्य निर्वाचन आयोग महिला मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित और महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष बूथ संगवारी केंद्र बनाए जा रहे है। जिले के उत्तर और पश्चिम विधानसभा में सभी बूथों को संगवारी मतदान केन्द्र बनाया जा रहा हैं। उत्तर विधानसभा में 18 सेक्टर है। इसमें 01 सेक्टर में महिला अधिकारी होंगी। वहीं 265 कुल मतदान केन्द्र 1 हजार 60 महिला अधिकारियों के हवाले होगा। 265 बूथ में पीठासीन अधिकारी, मतदान क्रमांक 01,02,03 में सभी जगहों पर महिला अधिकारी-कर्मचारी को तैनात किया जाएगा। अर्थात् यहां 265 पीठासीन अधिकारी और 7 सौ 95 मतदान अधिकारी रहेंगे। सबसे प्रमुख बात यह है कि इस विधानसभा के मुख्य ऑब्जर्वर 01 महिला आई.ए.एस अधिकारी विमला आर. है साथ ही उनकी लाईजिनिंग ऑफिसर भी महिला है। साथ ही अधिक से अधिक महिला पुलिस बल भी तैनात किए जा रहे है। यहां पर मतदान पर्ची चेक करने से लेकर उंगली में स्याही लगाने और रजिस्टर में हस्ताक्षर के साथ वोटिंग करवाने तक महिलाएं ही नजर आएंगी।
पश्चिम विधानसभा को भी पूर्ण रूप से महिला अधिकारियों के जिम्मे सौंपने की तैयारी की जा रही हैं। 15 सेक्टर और 201 मतदान केन्द्र है। यहां भी 01 सेक्टर महिला अधिकारी होंगी। साथ ही बूथों में 804 महिला अधिकारी होंगी, जिनमें 201 पीठासीन अधिकारी और 603 मतदान अधिकारी होंगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सर्वेश्वर भुरे ने बताया कि जिले के इस बार 02 विधानसभा उत्तर और पश्चिम में निर्वाचन कार्य में पूर्ण रूप से महिलाओं की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी-कर्मचारी हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से निर्वहन करती हैं यह सराहनीय है। यह प्रयास किया जा रहा है कि उनकी ड्यूटी मतदान केन्द्र सहित जहां भी लगाई जाएगी वहां पर उनके लिए मूलभूत सुविधा मुहैया कराई जाएगी, ताकि उन्हे कोई तकलीफ ना हो।
गौरतलब है कि 26 और 27 अक्टूबर को मतदान दलों का प्रशिक्षण हुआ, जिसमें निर्वाचन कार्य मे संलग्न महिला कर्मियों ने प्रशिक्षण लिया। यहां प्रशिक्षणरत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, चंगोराभाठा की शिक्षिका अनिता वर्मा, शासकीय उच्चतर. माध्यमिक विद्यालय, पंडित रविशंकर यूनिवर्सिटी परिसर की शिक्षिका छाया तिवारी और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, लालपुर की शिक्षिका सुमन पंजाबी का कहना है कि यह महिलाओं के लिए गर्व की बात है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में हमे ऐसी महती जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। हमारे पूरी टीम में अभूतपूर्व उत्साह और प्रसन्नता है। हम इस जिम्मेदारी को बहुत ही अच्छे ढंग और कुशलता पूर्वक परिणाम तक पहुंचाएंगेेे।
जिले के सातों विधानसभा में संगवारी मतदान केन्द्र बनाएं जा रहें हैं जिसका विवरण इस प्रकार है- धरसींवा विधानसभा क्रमांक-47 में 10, रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्रमांक-48 में 10, रायपुर पश्चिम विधानसभा-49 में 265, रायपुर उत्तर विधानसभा क्रमांक-50 में 201, रायपुर दक्षिण विधानसभा क्रमांक-51 में 10, आरंग विधानसभा क्रमांक-52 में 10, अभनपुर विधानसभा क्रमांक-53 में 10 संगवारी मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।