रायपुर। साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 28 अक्टूबर यानी कल लगने वाला है। ये चंद्रग्रहण शरद पूर्णिमा की तिथि पर पड़ रहा है, जिसमें ग्रहण स्पर्श मध्य रात्रि को होगा। पुरे भारत में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा।
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भारत में ये चंद्र ग्रहण दिल्ली, जयपुर, जम्मू, कोल्हापुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना, रायपुर, राजकोट, रांची, शिमला, सिल्चर, उदयपुर, उज्जैन, बडौदरा, वाराणसी, प्रयागराज, चेन्नई, हरिद्वार, मथुरा, हिसार, बरेली, कानपुर, आगरा, रेवाड़ी,अजमेर, अहमदाबाद, अमृतसर, बेंगलुरु भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, देहरादून समेत अन्य शहरों में देखा जा सकेगा।
चंद्रग्रहण की स्थिति
- ग्रहण का स्पर्श : रात्रि 1:05 बजे
- ग्रहण का मध्य : रात्रि 1:44 बजे
- ग्रहण का मोक्ष : रात्रि 2:24 बजे
- ग्रहण का सूतक : दोपहर 4:05 बजे
चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना
चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) पूर्णिमा को घटित होने वाली एक खगोलीय घटना भी है। जब पृथ्वी सूर्य एवं चंद्रमा के बीच आ जाती है तथा ये तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित रहते हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण तब घटित होता है, जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की प्रच्छाया से आवृत हो जाता है तथा आंशिक चंद्र ग्रहण तब घटित होता है। जब चंद्रमा का एक हिस्सा ही पृथ्वी की प्रच्छाया से ढक पाता है।
ग्रहण काल में इस मंत्र का करें जाप
ज्योतिषाचार्य स्वामी राजेश्वरानंद के मुताबिक चन्द्र ग्रहण (Lunar Eclipse) के समय वृग्रह पूजन निषेध माना जाता है। उन्होंने बताया कि सूतक काल लगने के बाद से सभी मंदिर देवालयों के पट बंद रखे जाते है। जिन्हें भी ग्रहण दोष है इस मंत्र से दोष मुक्त हो सकते है।
“ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।” “ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।” “ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।” मंत्रों का जाप करने से ग्रहण दोष से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि “ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।” के जाप से भी ग्रहण दोष का निवारण होगा।