दिल्ली। उत्तर पश्चिमी भाग से मानसून (MAUSAM) की वापसी 25 सितंबर से हो जाएगी। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह अपडेट दिया। आईएमडी ने कहा कि उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य क्षेत्र में अगले 5 दिनों तक बारिश में कमी रहेगी। हालांकि उत्तर पश्चिम क्षेत्र से मानसून की वापसी देरी से होने वाली है। यह 13वां साल है जब ऐसा हो रहा है। आमतौर पर 17 सितंबर से शुरू हो जाता है। वहीं, 15 अक्टूबर तक इसकी विदाई हो जाती है।
मानसूनी बारिश रबी फसल के लिए अच्छी
आईएमडी ने कहा कि मानसून (MAUSAM) के वापसी में देरी खेती के लिए महत्वपू्र्ण साबित होगी। खासकर मानसूनी बरसात रबी फसल में मददगार साबित होती है। मौसम विभाग ने कहा, ‘देश में सामान्य रूप से 832.4 मिलीमीटर बारिश होती है। इस साल अब तक 780.3 मिलीमीटर बरसात हुई है। जून से लेकर सितंबर के दौरान 94 से 106 प्रतिशत बारिश को सामान्य श्रेणी में रखा जाता है।’
जून से सितंबर में 870 मिलीमीटर बारिश
आमतौर पर जून से सितंबर के दौरान देश (MAUSAM) में औसतन 870 मिलीमीटर बारिश होती है। आईएमडी ने भारत के लिए सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की थी। हालांकि कहा था कि अलनीनो दक्षिण-पश्चिम मानसून को प्रभावित कर सकता है।
अगस्त 2023 सबसे गर्म महीना
इस साल देश में जून में कम बारिश (MAUSAM) हुई है। हालांकि उत्तर-पश्चिम भारत में जुलाई माह में अत्यधिक बारिश हुई है। अगस्त 2023 को 1901 के बाद सबसे शुष्क महीने और अब तक का सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया। कई निम्न दबाव प्रणालियों और मैडेन-जूलियन ऑसिलेशन के सकारात्मक चरण के कारण सितंबर में बारिश अधिक हुई है।