रायपुर। छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। बात करें भाजपा की तो पार्टी के आला नेताओं ने सूबे के सियासी रण की कमान सम्हाल ली है।
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भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह भी छत्तीसगढ़ में लगातार बैठकें ले रहे है। शाह 14 जुलाई को भी पार्टी के आला नेताओं के साथ एक मीटिंग लेंगे।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमित शाह 14 जुलाई को एक बार फिर छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंच रहे है। महज़ 20 दिन के अंतराल में शाह तीसरी दफा छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंच रहे है। इस बार भी वे सार्वजानिक कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लेंगे, बल्कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करेंगे।
इससे पहले भी शाह ने 5 जुलाई को रायपुर में प्रदेश के भाजपा नेताओं की एक अहम बैठक ली थी। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की उन विधानसभा सीटों की पूरी रिपोर्ट मांगी थी जहाँ भाजपा कमज़ोर पड़ गई थी।
भाजपा का सीक्रेट सर्वे
पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा, अमित शाह और उनकी इलेक्शन कमेटी की एक ख़ुफ़िया टीम ने एक एजेंसी के ज़रिए छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक सर्वे कराया है। इस सर्वे में पार्टी के वर्तमान विधायक और पिछले चुनाव में विधायक प्रत्याशी रहे नेताओं की रिपोर्ट बनाई गई है। जिसमें क्षेत्र में कामकाज, जनता से जुड़ाव, संगठन में कामकाज जैसे कई महत्त्वपूर्ण बिंदु शामिल किए गए थे। इस रिपोर्ट के आधार पर भी शाह 14 जुलाई को होने वाली बैठक में चर्चा कर सकतें है।
नए चेहरों की तलाश
भाजपा के भीतरखाने की खबर ये भी है पार्टी 90 विधानसभा सीटों में से अधिकांश सीटों पर नए चेहरों को मौका देने की तैयारी में है। इन नए चेहरों में युवातुर्क और महिलाओं को ख़ासा तवज़्ज़ो भी दिया जा सकता है। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा भी ज़ोरो पर है कि शाह ने पुरे 90 विधानसभा सीटों पर पुराने प्रत्याशी
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और नए दावेदारों की एक रिपोर्ट भी एक निजी एजेंसी और पार्टी के ग्राउंडेंड कार्यकर्ताओं से भी तलब की है। आगामी चुनाव में 90 सीटों में 60 सीटों पर भी भाजपा नए चेहरों को मौका दे कर चौका सकती है। ये बिलकुल उसी तरह होगा जिस तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में सूबे के सांसदों की टिकट बदली गई थी।