दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने असम के एक पूर्व महाप्रबंधक सहित बीएसएनएल के 21 अधिकारियों के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में देशभर में 25 स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआइ के अधिकारियों ने बताया कि बीएसएनएल के असम सर्किल, गुवाहाटी में एक शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने ठेकेदार और अन्य लोगों के साथ मिलकर ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के टेंडर की शर्तों का उल्लंघन किया। इससे बीएसएनएल को 22 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
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इस मामले में सीबीआइ को एक शिकायत (CBI) मिली थी। इस शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने शुक्रवार को असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और हरियाणा में आरोपियों के कार्यालयों व घरों सहित 25 स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआइ के मुताबिक छापे के दौरान घोटाले से जुड़ी सामग्री बरामद की गई है। मामले में आगे की जांच की जा रही है। बताया जाता है कि सीबीआइ ने जोरहाट, सिबसागर, गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर बीएसएनएल के एक पूर्व महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक और मुख्य लेखा अधिकारी सहित बीएसएनएल असम सर्किल के कई अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। रिपोर्ट में एक अन्य व्यक्ति का नाम भी शामिल है।
यह था मामला
सीबीआइ (CBI) के एक प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएनएल ने एक ठेकेदार को ओपन ट्रेंचिंग पद्धति से ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क केबल बिछाने के लिए 90,000 रुपए प्रति किमी की दर से काम करने का आदेश दिया था। इसके बाद टेंडर की शर्तों बदलाव कर इस काम को 2.30 लाख रुपए प्रति किमी में बदला दिया गया। इससे बीएसएनएल को करीब 22 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।