आगरा। मलपुरा ड्रॉपिंग जोन (DRAMPING JONE) के समीप स्थित नगला बघेल में 11 मई की रात बड़ी दुर्घटना हो गई। वायुसेना के विमान ए एन -32 से 1500 फीट से अधिक की ऊंचाई से कूदे पैराट्रूपर अंकुश का पैराशूट बिजली के तारों में जाकर उलझ गए। बीते गुरुवार की रात 11 बजे अंकुश ने उछाल लगाया था। सुबह तक सेना और वायुसेना के जवान तलाश में जुटे रहे।
शुक्रवार की सुबह तारों से उलझे पैराशूट (DRAMPING JONE) के साथ अंकुश मिले। अंकुश को हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वायुसेना अधिकारी अभी दुर्घटना पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। घटना के समय मौजूद लोगों के अनुसार हवा के तेज बहाव के चलते पैराशूट एक तरफ बहता चला गया और यह बिजली के तारों में उलझ गया। वैसे मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में यह पहला मामला नहीं है जब इस तरीके की घटना हुई है बीते डेढ़ साल में इस तरह की दो घटनाएं हो चुकी है।
अंकुश शर्मा मूल रूप से जम्मू कश्मीर (DRAMPING JONE) का रहने वाला था। अंकुश भारतीय नौसेना में तैनात था। एयर फोर्स स्टेशन स्थित पैराट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल में पैरा जंपिंग की ट्रेनिंग के लिए आया था। यह देश का एकमात्र स्कूल है जहां हर वर्ष तीनों सेनाओं के जवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है साथ ही यहां पर कमांडो भी तैयार किए जाते हैं। साल 42000 जंप हुई थी।