विशाखापत्तनम। विशाखापत्तनम में किडनी प्रत्यारोपण रैकेट (KIDNEY TRANSPLANT RACKET) चलाने के आरोप में एक डॉक्टर सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। किडनी रैकेट मामले में एक डॉक्टर भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 326 और 420 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, मामले में और आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है।
पुलिस ने रविवार को कहा, उन्होंने एक निजी अस्पताल (KIDNEY TRANSPLANT RACKET) के डॉक्टर परमेश्वर राव और बिचौलियों कामाराजू, श्रीनू, शेखर, एलिना और कोंडम्मा को गिरफ्तार किया है। विशाखापत्तनम के पुलिस आयुक्त त्रिविक्रम वर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गिरोह वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे परिवारों को निशाना बना रहा था। पुलिस प्रमुख ने कहा कि शहर के तिरुमाला अस्पताल में किडनी (गुर्दे) की सर्जरी की गई। पुलिस जांच में पता चला कि हाल ही में विनय कुमार और वासुपल्ली श्रीनिवास राव के किडनी के दो ऑपरेशन हुए थे।
पीड़ित के शिकायत से हुआ खुलासा
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब विशाखापत्तनम में वाम्बे कॉलोनी निवासी विनय कुमार ने पुलिस में शिकायत की जिसमें उसने बताया कि एक एजेंट ने उसे अपनी एक किडनी बेचने का लालच दिया था। एजेंट ने विनय से वादा किया था कि उसके लिए उसे 8.5 लाख रुपये मिलेंगे। इसके बाद एक निजी अस्पताल में उसकी एक किडनी निकाली गई। उसे 16 दिसंबर 2022 को केवल 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
किडनी की सर्जरी में दो डॉक्टरों की अहम भूमिका
रैकेट में डॉक्टरों की संलिप्तता (KIDNEY TRANSPLANT RACKET) पर पुलिस का फोकस था। किडनी की सर्जरी में दो डॉक्टरों की अहम भूमिका पाई गई। नरला वेंकटेश्वर राव पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है। किडनी रैकेट के मामले में उसे पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अवैध किडनी प्रत्यारोपण को गंभीरता से लेते हुए विशाखापत्तनम जिला प्रशासन ने शनिवार को तिरुमाला अस्पताल को सील कर दिया। अधिकारियों ने अस्पताल के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं।