रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में हुए हत्याकांड के विरोध में सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर प्रदेश बंद सफल रहा। इस बंद को सफल बनाने के लिए चेम्बर ऑफ कॉमर्स के बग़ैर सफल बनाने लिए विश्व हिन्दू परिषद ने सभी व्यापारियों का आभार जताया है। साथ ही विहिप ने योगेश अग्रवाल का विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि बेमेतरा जिले साजा थाना क्षेत्र में दो स्कूली बच्चो के विवाद के बाद दो समुदायों में जमकर विवाद हुआ था। वाद विवाद के बीच एक युवक की जान भी गई, जिसे लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने छत्तीसगढ़ बंद बुलाया था। इस बंद को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व चेयरमेन योगेश अग्रवाल ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया में जारी किया था। जिसमें उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए व्यापारियों से बंद को सफल बनाने की अपील की थी।
योगेश की अपील का असर आज सूबे के व्यापारी वर्ग में नज़र भी आया, सदर बाजार, एमजी रोड, जयस्तम्भ समेत रायपुर शहर के सभी बाजार स्वस्फूर्त बंद दिखाई पड़े। योगेश अग्रवाल की इस अपील की लिए उन्हें विश्व हिन्दू परिषद के आला नेताओं ने भी उनका आभार जताया है।
इधर विहिप द्वारा बुलाए गए आज के बंद लेकर छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स में खींचतान दिखाई दी। चेम्बर में पदाधिकारीयों का एक धड़ा जहां इस बंद को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान कर बंद को सफल बनाने में लगा रहा, वहीं चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी इस बंद को लेकर ज़ारी किए गए बयान को लेकर निशाने में आ गए है।
दरअसल चेम्बर के महामंत्री अजय भसीन ने दुर्ग और भिलाई के व्यापारियों को एक पत्र लिखकर कहा था कि “वे बंद का समर्थन करते हुए अपनी दुकानें बंद रखें।” इधर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी और कुछ पदाधिकारियों ने इस सम्बंध में लिखित बयान जारी कर चेंबर ऑफ कॉमर्स प्रदेश बंद कराने को लेकर नियमों का हवाला देते हुए अनिर्णय की स्थिति बताई थी। चेम्बर की तरफ से जारी बयान में नियमों का हवाला देते हुए कहा गया है कि “किसी भी प्रदेश व्यापी बंद का समर्थन लेने के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स को 72 घंटे पहले सूचित करना चाहिए, जिससे सर्वसम्मत फैसला लिया जा सके।”
इस मामले में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता श्रीचंद सुंदरानी ने वर्तमान अध्यक्ष पर निशाना साधा है। सुंदरानी ने इस मामले में कहा कि “कोई भी घटना बताकर नहीं आती है। अगर किसी की हत्या हुई है, और हिंदू समाज उससे आहत है, तो बंद का समर्थन करना था।”
सुंदरानी ने तंज़ कसते हुए कहा कि इसके लिए 72 घंटे पहले सूचना देने का हवाला देना यह दर्शाता है कि चेंबर सरकार के दबाव में है। उसे हिन्दू समाज की भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दबाव में फैसला कर रहे हैं।