प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड (UMESHPAL HATYAKAND) में अतीक गिरोह के गिरफ्तार पांच मददगारों से पूछताछ में पता चला कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन भी साजिश की सभी बैठकों में बराबर शामिल होती थी। उसने आखिरी बैठक में शूटरों से कहा था कि इंशाल्लाह, हमें उमेश को जान से मारकर कामयाब होना है। उसने शूटरों से कहा कि यह हक की लड़ाई है जिसे जीतना ही होगा। जो जीतेगा वही जी सकेगा। वह ग्रुप काल में भी शामिल रहती थी।
उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता भी थी शामिल
24 फरवरी को उमेश पाल (UMESHPAL HATYAKAND) की हत्या के बाद उनकी पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में अतीक अहमद और अशरफ के साथ शाइस्ता परवीन को भी आपराधिक साजिश में नामजद अभियुक्त बनाया था। पुलिस जांच में शाइस्ता की भूमिका उजागर होती गई। अब तक गिरफ्तार अपराधियों के बयान से यह साबित हो चुका है कि शाइस्ता परवीन शुरू से ही इस सनसनीखेज वारदात के षड़यंत्र से जुड़ी रही है।
अतीक के नौकर ने खोला राज
अब मंगलवार को नकदी और दस हथियारों के साथ गिरफ्तार पांच लोगों से पूछताछ में भी शाइस्ता की कारगुजारियों के बारे में पता चला है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अतीक के घरेलू नौकर कैश अहमद तथा मुंशी राकेश कुमार उर्फ लाला ने स्वीकारा कि उमेश पाल के कत्ल के लिए चकिया वाले घर में शूटरों की बैठक होती थी।
जेल में अशरफ और अतीक बनाते थे प्लानिंग
इस दौरान जेल में बंद अतीक और अशरफ (UMESHPAL HATYAKAND) भी ग्रुप वीडियो काल से जुड़ते और रेकी करने से लेकर गोली मारकर भागने के तरीके पर अपनी बात रखते थे। इन्हीं बैठकों के दौरान शाइस्ता बार-बार कहती रहती थी कि बहुत हो गया, अब इस काम को अंजाम देकर अपनी इज्जत वापस लानी है, हमारा नाम गूंजना चाहिए। उसे मारकर कामयाब होना है और इंशाल्लाह ऐसा होगा।