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कत्था में तस्कर लगा रहे चूना: 5 दिन में काटे 200 खैर पेड़, कई ट्रक हुए पार

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अंबिकापुर। अंबिकापुर के रामचंद्रपुर इलाके (AMBIKAPUR NEWS) के सिलाजु और उचरवा गांव में प्रवेश करते ही चारों तरफ खैर के ठूंठ नजर आ रहे हैं, तो जंगल के भीतर काटकर छोड़े गए पेड़ जगह-जगह पड़े हुए हैं। पांच दिन में ही यहां तस्कर 200 से अधिक खैर काट चुके हैं, जबकि कई ट्रक खैर बार्डर पार झारखंड तस्करी कर दी गई। यहां से खैर झारखंड के रास्ते राजस्थान और हरियाणा भेजा जा रहा है। तस्कर पांच रुपए किलो में यहां किसानों को झांसा देकर खरीदते हैं और 80 रुपए किलो में बाहर बेच रहे हैं।

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यहां से झारखंड करीब छह किमी (AMBIKAPUR NEWS)  दूर है। तस्कर जंगल और नदी के रास्ते खैर ले जा रहे हैं। जंगल के भीतर तस्करी में लगे वाहनों के चक्के के निशान हैं। खैर तस्करी पर विभाग एक-दूसरे पर ही दोष मढ़ते रहे। इस बीच दबिश देकर भारी मात्रा में खैर बरामद की गई। खैर तस्करी यही तक सीमित नहीं है। बलरामपुर जिले झारखंड बार्डर से लेकर यूपी बार्डर पर बसे गावों तक यही हाल है। इन इलाकों में खैर के जंगलों में तस्करों ने गढ़ बना गया है। कुछ महीने पहले ही वाड्रफनगर इलाके से इसी तरह से 60 लाख की खैर तस्करी का मामला सामने आया था। ग्रामीणों से तस्करी पर सवाल किया गया तो कोई बीमारी का तो किसी ने बेटी की शादी का हवाला दिया।

दफ्तरों का चक्कर काटा, अनुमति नहीं मिली तो तस्कर को बेचा 10 पेड़

उचरवा गांव निवासी सुखदेव सिंह ने बताया कि अपने खेत में लगे खैर के पेड़ को बेचने भटकता रहा। तहसीलदार ने एसडीएम से मिलने कहा तो वहीं एसडीएम ने वन विभाग भेज दिया, लेकिन अनुमति नहीं मिली। मुझे कैंसर है और इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी। इसलिए गढ़वा के तस्कर को बेच दिया।

ये हैं नियम: खैर की कटाई के बाद डिपो से करते नीलाम:

पेड़ काटने के लिए राजस्व विभाग अनुमति देता है। कटाई के बाद लकड़ी को वन विभाग के डिपो से नीलाम किया जाता और मालिक मकबूजा के तहत किसान के खाते में पैसा देते। यह राशि खैर के ऑक्शन में नीलामी के बाद सरकारी खाते में जमा होती। तस्कर इसी का हवाला देकर लोगों को झांसे में लेते हैं कि ऐसे में कभी खैर नहीं बेच पाएंगे।

65 लट्ठा किए जब्त, जमीन मालिकों से पूछताछ के बाद होगी कार्रवाई

रामचंद्रपुर तहसीलदार विष्णु गुप्ता (AMBIKAPUR NEWS)  ने बताया कि खैर के पेड़ों को काटकर तस्करी की जानकारी मिलने पर 65 लट्ठा जब्त किया है। जमीन मालिकों से भी पूछताछ की जा रही है और जो भी दोषी होंगे, उन कार्रवाई की जाएगी।