रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में हर साल मिलने वाले राज्य अलंकरण सम्मान में भाजपा ने अपनी नाराज़गी जाहिर की है। भाजपा के लिए अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने बाबा गुरु घासीदास सम्मान की घोषणा नहीं होने पर ये नाराज़गी जताई है।
उन्होंने बेमेतरा कलेक्टर के मार्फ़त मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन सौप कर इस मामलें में उन्होंने अपनी आपत्ति दर्ज़ कराते हुए, मुख्यमंत्री से इस संबंध में जवाब भी माँगा है।
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दरअसल राज्य निर्माण के बाद से छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर सामाजिक चेतना एवं सामाजिक न्याय के लिए प्रतिष्ठित बाबा गुरु घासीदास सम्मान दिया जाता था। इस वर्ष इस पुरस्कार के लिए किसी का भी चयन नहीं किया गया। जिसकी वज़ह से इस सम्मान की घोषणा भी नहीं हुई। जिसके बाद से सामाजिक और राजनैतिक स्तर पर इस मामलें में विरोध दर्ज़ कराने का सिलसिला ज़ारी है।
भाजपा के लिए अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय द्वारा सौपे ज्ञापन में कहा गया है कि “बाबा गुरु घासीदास जी छत्तीसगढ़ प्रदेश के अनुसूचित जाति के महान संत एवं प्रेरणा पुरुष है। उनके प्रति लाखों सामाजिक जनों की असीम श्रद्धा है, जो सतनाम पंथ के अनुयाई है और उनके बताए मार्ग पर चलकर सामाजिक सुधार के क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं।”
सड़क की लड़ाई लड़ेंगे-मार्कंडेय
भाजपा के लिए अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा “छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के बाद से हर साल घोषणा होती रही है। इस बार पुरस्कार नहीं दिए जाने से प्रदेश के अनुसूचित जाति समाज स्वयं को काफी आहत एवं अपमानित महसूस कर रहा है। साथ ही समाज के आराध्य संतों की उपेक्षा हुई है।
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इस कृत्य को भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मांग करती है कि तत्काल बाबा गुरु घासीदास पुरस्कार की घोषणा की जाए, अन्यथा भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा पूरे प्रदेश में 5 नवंबर 2020 के पश्चात धरना प्रदर्शन कर सड़क की लड़ाई लड़ेगा।