दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद के बजट सत्र (Budget 2023) से पहले सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक संसद भवन परिसर में होगी। संसद के हर सत्र से पहले इस प्रकार की बैठक आयोजित होती रही है। मालूम हो कि 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट भी पेश होनी है। इससे पहले केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा। उन्होंने बताया था कि इस दौरान 66 दिनों में 27 बैठकें होंगी।
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66 दिन में होगी 27 बैठक
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया था कि संसद का बजट सत्र 2023, 31 जनवरी से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें 27 बैठकें 66 दिनों में सामान्य अवकाश के साथ होंगी। अमृत काल (Budget 2023) के बीच राष्ट्रपति के अभिभाषण, केंद्रीय बजट और अन्य मदों पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की प्रतीक्षा है। उन्होंने कहा था कि सत्र के दौरान 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। ताकि विभाग संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की जांच कर सकें और अपने मंत्रालयों/विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सकें।
हंगामे की भेंट चढ़ा था शीतकालीन सत्र
मालूम हो कि संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे (Budget 2023) की भेंट चढ़ गया था। तवांग मामले पर राज्यसभा में 17 विपक्षी दलों ने वाक आउट कर दिया था। इस मामले पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक भी बुलाई थी। इसके साथ ही, खरगे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दिए गए विवादित बयान पर भी संसद में काफी हंगामा देखने को मिला था। यही वजह रही कि संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले समाप्त कर दिया गया था।