रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस पर बस्तर के लालबाग़ मैदान से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। इसमें सबसे ज़्यादा चर्चित राज्य के बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का ऐलान बना।
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अब मुखिया के इस ऐलान पर विपक्ष तीखे तेवर दिखा रहा है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने इस मामलें में कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है।
डॉ रमन सिंह ने इस मामलें में ट्वीटर के माध्यम से सरकार पर तंज़ कसते हुए हमला बोला है। डॉ सिंह ने पहले एक ट्वीट में कहा कि “मां बम्लेश्वरी की धरती पर राहुल गाँधी ने 2018 के घोषणापत्र में पहले ही बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर दी थी। आज दाऊ भूपेश बघेल चुनावी साल में दोबारा यह घोषणा करके क्या सिद्ध करना चाहते हैं ? 4 सालों में जिस कांग्रेस ने सिर्फ घोषणा की उनसे क्रियान्वयन की कोई उम्मीद नहीं है।”
मां बम्लेश्वरी की धरती पर @RahulGandhi ने 2018 के घोषणापत्र में पहले ही बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर दी थी।
आज दाऊ @bhupeshbaghel चुनावी साल में दोबारा यह घोषणा करके क्या सिद्ध करना चाहते हैं?
4 सालों में जिस कांग्रेस ने सिर्फ घोषणा की उनसे क्रियान्वयन की कोई उम्मीद नहीं है। https://t.co/1dwU8wBVEi
— Dr Raman Singh (@drramansingh) January 26, 2023
इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही डॉ. सिंह ने एक और ट्वीट कर हमला बोला। उन्होंने लिखा “चुनाव सामने देखकर दाऊ भूपेश बघेल को बेरोजगारी भत्ता याद आ गया। 52 महीनों तक युवाओं के ₹2500 का जिक्र नहीं किया, क्या कांग्रेस का घोषणापत्र सिर्फ आखिरी 6 महीनों के लिए था ? राहुल गांधी के वादे के अनुरूप 4 साल से बकाया ₹12000 करोड़ तत्काल बेरोजगार युवाओं को दिए जाने चाहिए।”
चुनाव सामने देखकर दाऊ @bhupeshbaghel को बेरोजगारी भत्ता याद आ गया।
52 महीनों तक युवाओं के ₹2500 का जिक्र नहीं किया, क्या कांग्रेस का घोषणापत्र सिर्फ आखिरी 6 महीनों के लिए था?@RahulGandhi के वादे के अनुरूप 4 साल से बकाया ₹12000 करोड़ तत्काल बेरोजगार युवाओं को दिए जाने चाहिए।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) January 27, 2023