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नगर पंचायत के सात कांग्रेस पार्षदों का इस्तीफा

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मुंगेली। मुंगेली जिले के सरगांव नगर (MUNGELI NEWS) पंचायत अध्यक्ष के पद को लेकर अब कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। अध्यक्ष को नहीं हटाने से नाराज सात पार्षदों ने कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब नगर पंचायत अध्यक्ष को हटाने के लिए इन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने की संभावना है।

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सरगांव के नगर पंचायत अध्यक्ष राजीव तिवारी उर्फ कीटू को हटाए जाने और दूसरे पार्षद को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग को लेकर दो बार अविश्वास के लाया जा चुका है। भाजपा पार्षदों के इस प्रस्ताव पर कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने भी सहमति जताई थी। लेकिन, पार्टी की बदनामी और फजीहत होने के कारण कांग्रेस समर्थित पार्षद शांत रहे और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैस से मिलकर अध्यक्ष को बदलने की मांग की, तब उन्होंने अध्यक्ष का इस्तीफा लेने की बात कहकर पार्षदों को गुमराह किया और कहा कि अब आम राय से नया अध्यक्ष बनाया जाएगा।

अध्यक्ष ने किया गुमराह, इसलिए दिया इस्तीफा

बताया जा रहा है कि कांग्रेस समर्थित पार्षदों को जिला कांग्रेस कमेटी (MUNGELI NEWS)  के अध्यक्ष सागर सिंह बैस ने भरोसा दिलाया था कि नए अध्यक्ष बनाने के लिए बैठक बुलाई जाएगी। इससे पहले ही उन्होंने वर्तमान अध्यक्ष राजीव तिवारी का इस्तीफा ले लिया है। लेकिन, उन्होंने पार्षदों को ऐसा कहकर गुमराह किया और अध्यक्ष बदलने के लिए ध्यान नहीं दिया। इससे नाराज होकर सात कांग्रेस पार्षदों ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

भाजपा में शामिल होकर बनाएंगे नया अध्यक्ष

इधर, अब पार्षदों के इस्तीफा देने के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा है। पार्षदों ने इसके लिए भाजपा नेताओं से संपर्क भी किया है। दरअसल, नगर पंचायत के अध्यक्ष को बदलने के लिए अब भाजपा में शामिल होने भी कोई गुरेज नहीं करेंगे।

नगर पंचायत में अध्यक्ष की कुर्सी को इसलिए है खतरा

सरगांव नगर पंचायत में 15 पार्षद हैं, जिनमें कांग्रेस के 8 पार्षद (MUNGELI NEWS)  हैं। वहीं, भाजपा के 5 और 2 निर्दलीय पार्षद हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष राजीव तिवारी पर पद का दुरुपयोग करने और भ्रष्टाचार करने का आरोप है। उनसे कांग्रेस के पार्षद भी संतुष्ट नहीं थे। इसलिए, दो बार अविश्ववास प्रस्ताव की बैठक को प्रशासनिक दबाव के चलते स्थगित करा दिया गया था, जिसके चलते अब कांग्रेस की गुटबाजी उभर कर सामने आ गई है।